शुक्रवार, मई 17 2024 | 10:59:32 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / इस वर्ष बिना पुरुषों के हज यात्रा पर जाएगा महिलाओं का अब तक का सबसे बड़ा दल

इस वर्ष बिना पुरुषों के हज यात्रा पर जाएगा महिलाओं का अब तक का सबसे बड़ा दल

Follow us on:

नई दिल्ली (मा.स.स.). हज 2023 के लिए, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने हज यात्रा को भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए अधिक आरामदायक, सुविधाजनक और किफायती बनाने के लिए कई पहलें की हैं। तीर्थयात्रियों के चयन की प्रक्रिया को उद्देश्यपरक, पारदर्शी, कुशल, समयबद्ध और मानवीय भागीदारी के बिना बनाने के लिए भी समर्पित प्रयास किए गए हैं। हज के लिए आवेदन और तीर्थयात्रियों का चयन ऑनलाइन किया गया था। प्राप्त कुल 1.84 लाख आवेदनों में से, 14,935 हज आवेदकों को सुनिश्चित आवंटन दिया गया है (70+ आयु वर्ग में 10,621 और महरम (पुरुष अभिभावकों) के बिना 4,314 महिलाएं शामिल हैं)। यह पुरुष अभिभावकों या मरहम के बिना अकेले हज पर जाने वाली महिलाओं का अब तक का सबसे बड़ा दल है।

हज कोटा से अधिक संख्या में प्राप्त आवेदनों को बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के ऑनलाइन रैंडमाइज्ड डिजिटल चयन (ओआरडीएस) प्रक्रिया के माध्यम से अंतिम रूप दिया गया है। यह पहली बार है कि बढ़ी हुई पारदर्शिता के हित में आम जनता के लिए चयन प्रक्रिया के तुरंत बाद चयनित और प्रतीक्षा सूची वाले आवेदकों की सूची आधिकारिक पोर्टल पर प्रकाशित की गई है। सभी 1.4 लाख चयनित तीर्थयात्रियों को हज 2023 के लिए उनके चयन के बारे में एसएमएस भेजा गया है। प्रतीक्षा सूची वाले तीर्थयात्रियों को उनकी प्रतीक्षा सूची की स्थिति और प्रतीक्षा सूची में उनकी स्थिति के बारे में सूचित करने के लिए भी एसएमएस भेजा गया है।

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने तीर्थयात्रियों को विदेशी मुद्रा सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेष व्यवस्था करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ भागीदारी की है। पहले के वर्षों के विपरीत, जब प्रत्येक तीर्थयात्री को तब उसकी वास्तविक आवश्यकताओं के बावजूद भारत की हज समिति द्वारा 2100 रियाल उपलब्ध कराया जाता  था, हज नीति 2023 तीर्थयात्रियों को अब अपनी विदेशी मुद्रा की व्यवस्था करने या कम विदेशी मुद्रा लेने का विकल्प और लचीलापन देती है। तीर्थयात्रियों को सबसे प्रतिस्पर्धी दरों पर विदेशी मुद्रा की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने एसबीआई के साथ सहयोग किया है।

पूरे भारत में 22,000 से अधिक शाखाओं के साथ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सऊदी अरब में अपने प्रवास के दौरान अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सभी तीर्थयात्रियों के लिए विदेशी मुद्रा (एफओआरईएक्स) और अनिवार्य बीमा प्रदान करने की सुविधा प्रदान करेगा। इस संबंध में बैंक एसएमएस के जरिए तीर्थयात्रियों तक पहुंचेगा। सभी तीर्थयात्रियों को विदेशी मुद्रा (एफओआरईएक्स) कार्ड  की सुविधा भी प्रदान की जा रही है जिससे चोरी या नकद (भौतिक) मुद्रा की हानि की संभावना समाप्त हो जाती है। यदि यह कार्ड यात्रा के दौरान खो जाता है तब भी तीर्थयात्री बैंक से अपना पैसा वापस प्राप्त कर सकता है।

एसबीआई तीर्थयात्रियों को नकद या फॉरेक्स कार्ड के माध्यम से विदेशी मुद्रा प्राप्त करने की सुविधा के लिए और आवश्यक मार्गदर्शन एवं सहायता प्रदान करने के लिए उपयुक्त स्तर के समर्पित प्रमुख केन्द्रों (फोकल पॉइंट)/ नोडल अधिकारी के साथ सभी प्रस्थान स्थलों पर स्टालों की व्यवस्था भी करेगा। एसबीआई द्वारा एक हेल्पलाइन संचालित की जाएगी और इन नोडल अधिकारियों के संपर्क विवरण शीघ्र ही सार्वजनिक किए जाएंगे।

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

रंग और शरीर के आधार पर दिए गए सैम पित्रोदा के बयान से इंडी गठबंधन ने किया इनकार

नई दिल्ली. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स के बाद भारत …