पणजी (मा.स.स.). गोवा सरकार के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के साथ साझेदारी में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जी20 स्वास्थ्य कार्य समूह की दूसरी बैठक से पहले, राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों (पीएचसी) का एक विशेष दौरा आयोजित किया। जी20 स्वास्थ्य कार्य समूह की दूसरी बैठक 17-19 अप्रैल, 2023 तक गोवा में आयोजित की जायेगी। इस दौरे को यूनिसेफ द्वारा समर्थन दिया गया था और इसमें राष्ट्रीय और स्थानीय मीडिया के प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया।
भारत की जी20 अध्यक्षता द्वारा हेल्थ ट्रैक में तीन प्राथमिकताओं की पहचान की गयी है – स्वास्थ्य आपात स्थिति की रोकथाम और तैयारी; दवा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना और डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार तथा समाधान। दौरे में डिजिटल स्वास्थ्य नवाचारों में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया, जैसे पीएचसी कोर्लिम में आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन का कार्यान्वयन और पीएचसी धरबोंदरा में ‘स्वस्थ महिला, स्वस्थ गोवा’ कार्यक्रम के तहत आईब्रेस्ट डिवाइस, जो स्तन कैंसर की जांच में मदद करता है, के माध्यम से तकनीकी नवाचार प्रस्तुत किया गया, यह पहल पूर्व दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह द्वारा स्थापित, ‘यूवीकैन’ द्वारा समर्थित है।
पीएचसी कोर्लिम में, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य विवरण (एबीएचए) को पेश करने के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (ई-सुश्रुत) को अपनाने और उपयोग करने का प्रदर्शन किया गया। ई-सुश्रुत पर केंद्रीय पंजीकरण, सामान्य ओपीडी, फिजियोथेरेपी, डेंटल ओपीडी, नेत्र संबंधी ओपीडी, आयुर्वेदिक ओपीडी, फार्मेसी और प्रयोगशाला के एकीकरण का भी प्रदर्शन किया गया। पीएचसी में टोकन पेश करने से लेकर दवा-पर्ची तक की पूरी प्रक्रिया डिजिटल हो गयी है, जिससे स्वास्थ्य सेवा तक निर्बाध और विलंब-मुक्त पहुंच सुनिश्चित हुई है। इसी तरह, पीएचसी धरबोंदरा में आईब्रेस्ट डिवाइस, स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग का एक आसान तरीका, प्रस्तुत किया गया। डिवाइस अल्ट्रा-पोर्टेबल है, दर्द रहित और विकिरण मुक्त परीक्षण करता है, और रिपोर्ट तत्काल तैयार कर सकता है। इस उपकरण को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो एक अन्य लाभ है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम (पीएमएनडीपी) का सफल कार्यान्वयन एक अन्य घटक था, जिसे प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया। पीएमडीएनपी पोर्टल एनएचएम के तहत राज्य में संचालित सभी डायलिसिस केंद्रों को एकीकृत करता है और रीनल रजिस्ट्री के निर्माण की सुविधा प्रदान करता है तथा राज्य के भीतर (एक राज्य एक डायलिसिस) और बाद में पूरे देश में (एक राष्ट्र, एक डायलिसिस) पोर्टेबल सुविधा सुनिश्चित करता है। राज्य में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और दीनदयाल स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत मरीजों को नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा दी जाती है। राज्य में वर्तमान में विभिन्न पीएचसी में 100 से अधिक डायलिसिस मशीनें हैं, जो सुरक्षित और सस्ती देखभाल सुनिश्चित करती हैं।
इस दौरे ने स्वास्थ्य परिणामों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला और स्वास्थ्य सेवा में, विशेष रूप से डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार और समाधान के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया। गोवा द्वारा जी20 स्वास्थ्य कार्य समूह की दूसरी बैठक की मेजबानी करना महत्वपूर्ण है और देश हेल्थ ट्रैक के तहत पहचान की गई प्राथमिकताओं पर चर्चा का नेतृत्व करने के लिए बेहतर स्थिति में है।
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