शुक्रवार, नवंबर 22 2024 | 07:04:25 AM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / नासा ने अंतरिक्ष में उगाए फूल, शेयर की तस्वीर

नासा ने अंतरिक्ष में उगाए फूल, शेयर की तस्वीर

Follow us on:

वाशिंगटन. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में उगाये गए एक खुबसूरत ज़िनिया फूल की एक तस्वीर शेयर की है, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी है. साइंटिस्ट और रिसर्चर लगातार कई हैरान करने वाले रिसर्च करते हैं इसी कड़ी में नासा के वैज्ञानिकों ने इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन में ज़िनिया फूल को उगाकर नया कीर्तिमान बना दिया है.

कैसे उगाया गया यह खुबसूरत फूल:

नासा ने सोशल मीडिया पर इस खुबसूरत फूल की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि “इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर वेजी सुविधा के हिस्से के रूप में इस Zinnia को उगाया गया था. साइंटिस्ट 1970 के दशक से स्पेस में पौधों को उगाने पर अध्ययन कर रहे हैं, लेकिन नासा के अंतरिक्ष यात्री केजेल लिंडग्रेन (Kjell Lindgren) द्वारा 2015 में ISS में यह विशेष प्रयोग शुरू किया गया था.

नासा की ओर से पोस्ट में आगे लिखा गया कि हमारा अंतरिक्ष उद्यान केवल दिखावे के लिए नहीं है, ऑर्बिट में पौधे कैसे विकसित होते हैं, यह जानने से हमें यह समझने में मदद मिलेगी कि पृथ्वी से फसलें कैसे उगाई जाती हैं. नासा ने आगे लिखा कि आईएसएस पर अन्य पौधों के साथ लेट्यूस, टमाटर और चिली पेपर भी उगाए हैं, साथ ही आगे भी ऐसे प्रयास किये जायेंगे.

कैसा है यह स्पेस फ्लावर:

नासा ने फूल की जो तस्वीर शेयर की है वह हल्की नारंगी पंखुड़ियों वाला है जो पूरी तरह खिला हुआ है. तस्वीर में इसकी पत्तियां ऊपरी बाएँ कोने तक फैली हुई हैं. फूल के पीछे, पृथ्वी को भी बैकग्राउंड में देखा जा सकता है. यह स्पेस फ्लावर काफी खूबसूरत और मनमोहक है. इस फूल को सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. नासा के इस पोस्ट पर 5 लाख से ज्यादा लाइक्स लिन चुके है.

जानें ज़िनिया फूल के बारें में:

ज़िनिया फूल दुनिया के सबसे रंगीन फूलों में से एक है, इनका विकास काफी तेज होता है जो किसी भी जगह काफी आसानी से उग सकते है. ज़िनिया की भी बागवानी के लिए आदर्श पौधों में से एक है. ज़िनिया, एस्टेरेसिया (Asteraceae) फैमिली के तहत हेलियनथेई (Heliantheae) प्रजाति का फूल है. यह फूल मुख्य रूप से मेक्सिको और दक्षिण-पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका से दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों में पाया जाता है.

साभार : दैनिक जागरण

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

युद्ध के खतरे को देखते हुए अमेरिका ने यूक्रेन में अपना दूतावास किया बंद

कीव. रूस यूक्रेन युद्ध के बीच तनाव बढ़ने के बीच अमेरिका ने कीव स्थित अपने …