जम्मू. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने एक बार फिर पाकिस्तान से बातचीत की वकालत की है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद तब तक खत्म नहीं होगा जब तक कि भारत और पाकिस्तान सभी टकराव वाले मुद्दों का स्थायी समाधान निकालने के लिए बातचीत नहीं करते। अब्दुल्ला ने श्रीनगर पार्टी कार्यालय में एक बैठक के बाद कहा कि मुठभेड़ें होती रहेंगी। यह कहना कि आतंकवाद खत्म हो गया है, गलत होगा। ये चीजें कल भी हुईं और आज भी हो रही हैं…ये तब तक होती रहेंगी जब तक दोनों देश समाधान निकालने के लिए बातचीत की मेज पर नहीं आते।
अमेरिका से सेब, अखरोट और बादाम के आयात पर अतिरिक्त शुल्क हटाने पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसी चिंताएं हैं कि इस कदम से स्थानीय उपज की कीमतों में गिरावट आ सकती है। उन्होंने कहा कि हमें चिंता है कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में हमारा फल उद्योग प्रभावित होगा। जिन किसानों ने बहुत पैसा खर्च किया है, वे चिंतित हैं कि स्थानीय उपज की कीमतें गिर जाएंगी और उन्हें नुकसान होगा। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं सरकार से इस मुद्दे पर ध्यान देने का अनुरोध करता हूं ताकि किसानों को नुकसान न हो। यदि उन्हें नुकसान होता है, तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की समन्वय समिति की बैठक के एजेंडे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जो राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से उमर अब्दुल्ला बैठक में शामिल होने गए हैं। बैठक में क्या तय हुआ, इसके बारे में आपको बताया जाएगा।
साभार : नवभारत टाइम्स
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं