पटना. बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी और मोकामा से आरजेडी विधायक नीलम देवी ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से सवाल किया है। उन्होंने ट्वीट कर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पार्टी से पूछा है कि क्या यही दिन देखने के लिए मोकामा की जनता ने मुझे चुन कर विधानसभा भेजा है। आरजेडी विधायक नीलम देवी ने कहा है कि सरकार अनंत सिंह पर अपनी चुप्पी तोड़े।
दरअसल, एके-47 मामले में बाहुबली अनंत सिंह पटना की बेऊर जेल में बंद है। अनंत सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि उनकी बैरक का गेट शनिवार को रातभर खुला हुआ था। उन्होंने कहा कि ये उनकी हत्या की साजिश थी। इसके बाद अनंत सिंह के समर्थकों ने जेल प्रहरियों के साथ मारपीट की थी। इसमें 4 प्रहरी घायल हुए थे।
अनंत सिंह समेत 11 कैदियों पर FIR दर्ज
अनंत सिंह की बैरक का गेट खुलने की जानकारी मिलते ही उनके समर्थक जेल में ही धरने पर बैठ गए। जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इसके बाद जेल के सुरक्षाकर्मी पहुंचे और धरना खत्म करने को कहा। अनंत के समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों और कक्षपाल के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। फिर दोनों तरफ से मारपीट होने लगी।
इसके बाद स्थिति कुछ संभल गई थी, पर पूर्व विधायक धरने पर बैठे रहे। उनके कुछ समर्थक भी डटे रहे। इन्हें जबरन हटाया जाने लगा। इसी बीच, पूर्व विधायक की मौजदूगी में समर्थकों ने कक्षपालों पर लाठी-डंडे चला दिए। कक्षपालों और सुरक्षाकर्मियों ने भी लाठियां भांजी थी। हालांकि प्रशासन ने जेल में मारपीट करने को लेकर के अनंत सिंह और 11 कैदियों पर प्राथमिकी दर्ज की है।
तीन-चार बार बजी थी पगली घंटी
जेल के अंदर हालात को काबू में करने के लिए पगली घंटी बजाई गई थी। रुक-रुक कर तीन-चार बार पगली घंटी बजी। पगली घंटी बजने के बाद कारा सुरक्षाकर्मियों ने सभी कैदियों और बंदियों को वार्ड में बंद कर दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए जेल आईजी और सहायक जेल आईजी पहुंचे थे। डीएम के आदेश के बाद एसडीओ वहां पहुंचे थे। फुलवारी शरीफ एसडीपीओ पहुंचे। वहीं हालात को काबू में करने के लिए फुलवारी शरीफ, राम कृष्णा नगर समेत कई थानों की पुलिस पहुंच गई थी। जेल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई। सभी टावरों पर सुरक्षाकर्मी चौकस हो गए थे। मुलाकातियों को गेट से हटा दिया गया। जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था चौकस कर दी गई थी।
दूसरे जेल में भेजे जाएंगे 31 कैदी
बेऊर जेल में हुई घटना को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने वहां की स्थिति को काबू में करने के लिए सदर एसडीएम और फुलवारी के एसडीपीओ समेत पुलिस बल को वहां भेजने का आदेश दिशा था। डीएम ने इन दोनों पदाधिकारियों को मामले की जांच करने के बाद 24 घंटे में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। डीएम ने कहा कि इस घटना में शामिल 31 कैदियों की पहचान कर ली गई है। इन सभी को बेऊर से दूसरे जेल में शिफ्ट किया जाएगा।
पटना की बेऊर जेल में बंद बाहुबली अनंत सिंह ने रविवार को अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस वार्ड के गेट को कल रात खुला छोड़ दिया गया था। जेल में बंद अनंत सिंह के समर्थकों ने चार जेल प्रहरियों को जमकर पीटा था। मामले की जांच के लिए जेल आईजी बेऊर जेल भी पहुंचे थे।
साभार : दैनिक भास्कर
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