कोलकाता. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के खिलाफ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने लोकसभा की ऐथिक्स कमेटी को भेजी है. पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरी महुआ मोइत्रा को लेकर निशिकांत दुबे ने चिट्ठी लोकसभा अध्यक्ष को लिखी थी. बीजेपी एमपी के आरोपों और एक वकील की सीबीआई को शिकायत के बाद केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने खुलासा किया कि महुआ के सवालों की भाषा कारोबारी हीरानंदानी की भाषा से मिलती है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखी चिट्ठी में दुबे का आरोप है कि महुआ मोइत्रा को सदन में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और कैश (Cash For Query) मिला.
सवाल पूछने के लिए एक उद्योगपति से ‘रिश्वत‘
निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी पत्र लिखकर उनसे सदन के सदस्यों के लिये बनी वेबसाइट पर सांसद महुआ मोइत्रा के ‘लॉग-इन क्रेडेंशियल’ के ‘आईपी’ पते की जांच करने का आग्रह किया है. दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक उद्योगपति से ‘रिश्वत’ लेने का आरोप लगाया था. ओम बिरला को लिखे पत्र में, निशिकांत दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई से प्राप्त एक पत्र का हवाला दिया और कहा कि वकील ने ‘पुख्ता’ सबूत साझा किए हैं कि महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से ‘नकद’ और ‘उपहार’ के रूप में रिश्वत ली है. दुबे के पत्र के जवाब में, मोइत्रा ने कहा, “सांसदों के सभी संसदीय कार्य निजी सहायक (पीए), सहायकों, प्रशिक्षुओं और बड़ी टीम द्वारा किए जाते हैं.”
हीरानंदानी समूह का आरोपों से इनकार
टीएमसी सांसद ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से कर्मचारियों को ‘लॉग इन’ करने के लिए दिए गए प्रशिक्षण के बारे में जानकारी साझा करने के लिए भी कहा. हीरानंदानी समूह ने कहा है कि भाजपा सांसद के आरोपों में ‘कोई दम नहीं’ है. इस मामले में भी वाकयुद्ध जारी रहा. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि कंपनी ‘डेटा स्थानीयकरण के लिए सक्रिय एवं आक्रामक रूप से पैरवी कर रही थी.’
वैष्णव को लिखे एक पत्र में, दुबे ने उनसे मोइत्रा के खिलाफ आरोपों को ‘‘अत्यंत गंभीरता” से लेने और टीएमसी नेता के लोकसभा में सभी लॉग-इन क्रेडेंशियल के आईपी पते (इंटरनेट प्रोटोकॉल पते- इंटरनेट सेवा प्रदाताओं द्वारा इंटरनेट से जुड़ने वाले उपकरणों को प्रदान की जाने वाली एक विशिष्ट संख्या होती है) की जानकारी के लिए एक जांच शुरू करने और यह पता लगाने का आग्रह किया कि क्या कभी ऐसा भी हुआ है कि उनके लॉग-इन क्रेडेंशियल को उस स्थान से संचालित किया गया, जहां वह मौजूद नहीं थीं.
भाजपा नेता ने दावा किया, “मोइत्रा का किसी बाहरी संस्था के साथ लोकसभा के लॉग-इन क्रेडेंशियल साझा करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है.” उन्होंने आरोप लगाया कि कृष्णानगर सांसद ने दर्शन हीरानंदानी और हीरानंदानी समूह को लोकसभा वेबसाइट के लिए अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल तक पहुंच प्रदान की, ताकि वे इसे अपने निजी लाभ के लिए उपयोग कर सकें.
साभार : एनडीटीवी
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