नई दिल्ली. भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने में मदद करने का विवाद थम नहीं रहा है। धरने की परमिशन दिलाने के साक्षी मलिक के दावे को बबीता फोगाट ने रविवार को गलत करार दिया। दरअसल, साक्षी ने कहा था, ‘उन्हें धरना देने के लिए कांग्रेस MP दीपेंद्र हुड्डा नहीं, बल्कि भाजपा नेता बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने मोटिवेट किया था। धरने की परमिशन भी उन्होंने दिलाई।’ इस दौरान साक्षी ने लेटर भी दिखाया था।
बबीता ने कहा- वीडियो देखकर हंसी आई
रविवार सुबह 9.20 बजे बबीता ने कहा, ‘मुझे कल बड़ा दुख भी हुआ और हंसी भी आई। जब मैं अपनी छोटी बहन (साक्षी मलिक) और उनके पतिदेव (सत्यव्रत कादियान) का वीडियो देख रही थी। सबसे पहले तो मैं ये स्पष्ट कर दूं की जो अनुमति का कागज छोटी बहन दिखा रही थी, उस पर कहीं भी मेरे हस्ताक्षर या मेरी सहमति का कोई प्रमाण नहीं है और न ही दूर-दूर तक इससे मेरा कोई लेना देना है।’ ‘देश की जनता समझ चुकी है कि आप कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी हो। अब समय आ गया है कि आपको आपकी वास्तविक मंशा बता देनी चाहिए क्योंकि अब जनता आपसे सवाल पूछ रही है।’
उन्होंने कहा, ‘एक महिला खिलाड़ी होने के नाते मैं सदैव देश के सभी खिलाड़ियों के साथ थी, साथ हूं और सदैव साथ रहूंगी, परंतु मैं धरने -प्रदर्शन के शुरुआत से इस चीज के पक्ष मैं नहीं थीं। मैंने बार-बार सभी पहलवानों से ये कहा कि आप प्रधानमंत्री या गृहमंत्री से मिलो। समाधान वहीं से होगा, लेकिन आपको समाधान दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस और प्रियंका गांधी और उसके साथ आ रहे उन लोगों के पास दिख रहा था, जो खुद बलात्कारी एवं अन्य मुकदमे के दोषी हैं।’ ‘आज जब आपका ये वीडियो सबके सामने है, उससे अब देश की जनता को समझ में आ जाएगा कि नए संसद भवन के उद्घाटन के पवित्र दिन आपका विरोध और राष्ट्र के लिए जीता हुआ मेडल गंगा में प्रवाहित करने की बात कितना देश को शर्मसार करने जैसा था।’
साक्षी का जवाब- सरकार की गोद में बैठ गए
साक्षी ने सुबह 10.06 बजे बबीता को जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘वीडियो में हमने तीरथ राणा और बबीता फोगाट पर तंज कसा था कि कैसे वे अपने स्वार्थ के लिए पहलवानों को इस्तेमाल करना चाह रहे थे और कैसे पहलवानों पर जब विपदा पड़ी तो वे जाकर सरकार की गोद में बैठ गए। हम मुसीबत में जरूर हैं लेकिन हास्यबोध इतना कमजोर नहीं हो जाना चाहिए कि ताकतवर को काटी चुटकी पर आप हंस भी न पाएं।’
भाजपा नेता तीर्थ राणा का साक्षी को जवाब- मैं पहलवानों से नहीं, वे मुझसे मिले थे
सोनीपत भाजपा के अध्यक्ष तीर्थ राणा ने कहा कि धरने पर बैठे खिलाड़ी देश की शान है, उनकी न्याय की लड़ाई में पहले भी मैं उनके साथ था और आज भी उनके साथ हूं। अमित शाह अब इस मामले को देख रहे हैं, जो गैप पहले खिलाड़ियों और सरकार के बीच बना, अब शाह ने उसको भरने का काम किया है। उन्होंने कहा हमें उम्मीद है कि अब खिलाड़ियों को न्याय मिलेगा। दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर पूछे गए सवाल पर बोले तीर्थ राणा ने कहा कि बीजेपी और सरकार पहले भी खिलाड़ियों के साथ थी और आज भी उनके साथ है।
साभार : दैनिक भास्कर
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