इस्लामाबाद. ग्रीस के पास 14 जून को एक नाव के डूबने से 300 पाकिस्तानियों की मौत हुई है। इस हादसे के बाद पाकिस्तान में कोहराम मचा हुआ है। विपक्ष और अवाम शहबाज सरकार से जवाब मांग रही है। सरकार ने नाव हादसे पर एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। लेकिन, इस दौरान सरकार की असंवेदनशीलता ने शहबाज शरीफ को विरोधियों के निशाने पर ला दिया है। दरअसल, राष्ट्रीय शोक के लिए जारी सरकारी पत्र में ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया गया है, जो नाव हादसे के पीड़ित परिवारजनों और अवाम के दुख का मजाक उड़ा रहा है। पाकिस्तान सरकार का वह पत्र सोशल मीडिया में काफी शेयर भी किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी चिट्ठी में लिखा है कि प्रधानमंत्री ने ग्रीस तट पर प्रवासियों को ले जाने वाली एक नाव दुर्घटना में पाकिस्तानी नागरिकों के मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्हें यह निर्देश देते हुए प्रसन्नता हो रही है कि सोमवार 19 जून शोक दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। शहबाज शरीफ ने इस मामले की हाई लेवल इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। न्होंने घटना के तथ्यों की जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति का भी गठन किया है। इसके बाद पाकिस्तान ने 9 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर पाकिस्तानी नागरिकों को अवैध तरीकों से यूरोप में तस्करी का आरोप है। इसके अलावा एक प्रमुख संदिग्ध को पाकिस्तान के गुजरात प्रांत से पकडा गया है। पिछले हफ्ते एक यूरोपीय बचाव सहायता चैरिटी ने बताया था कि लगभग 750 लोगों से भरी एक नाव ग्रीस तट पर डूब गई थी। इस बोट पर कम से कम 400 पाकिस्तानी, 200 मिस्र और 150 सीरियाई नागरिक सवार थे। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने शनिवार को कहा कि 12 पाकिस्तानी जीवित पाए गए हैं ।
पाकिस्तानी जांच एजेंसी एफआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने गुजरात से मानव तस्करी और इस नाव हादसे में शामिल एक प्रमुख संदिग्ध को पकड़ा है। पकड़े गए संदिग्ध की पहचान एजेंट वकास अहमद के रूप में हुई है। इसने ग्रीस की अवैध यात्रा को सुविधाजनक बनाने के बदले में व्यक्तियों से 23लाख रुपये वसूले थे। एफआईए ने कहा कि पकड़ा गया संदिग्ध वजीराबाद का रहने वाला है। इसके अलावा, एजेंसी ने कहा कि वह मानव तस्करी में शामिल और लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। एफआईए ने कल रात एक ट्वीट में कहा कि उसने कराची हवाईअड्डे से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध को पहले लीबिया में मानव तस्करी से संबंधित एक मामले में भी पकड़ा जा चुका है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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