नई दिल्ली. चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल (Vikram Lander) रविवार (20 अगस्त) को डीबूस्टिंग (धीमा करने की प्रक्रिया) से गुजरते हुए चंद्रमा के और करीब आ गया है. लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) की 23 अगस्त की शाम को चंद्रमा की सतह पर पहुंचने की उम्मीद है.
इसरो ने ट्वीट कर कहा, “चंद्रयान-3 आगामी 23 अगस्त 2023 को लगभग शाम 6:04 बजे चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है. आप सभी की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद.” चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद लैंडर अब खुद ही आगे की यात्रा कर रहा है और ये चांद से महज 25 किमी की दूरी पर चक्कर लगा रहा है.
देर रात हुआ डीबूस्टिंग ऑपरेशन
इससे पहले 18 अगस्त को लैंडर मॉड्यूल डीबूस्टिंग से गुजरते हुए चंद्रमा की थोड़ी निचली कक्षा में उतर गया था. दूसरा डीबूस्टिंग ऑपरेशन रविवार देर रात दो बजे पूरा हुआ. जिससे इसकी कक्षा 25 किमी x 134 किमी तक कम हो गई.
14 जुलाई को हुई थी लॉन्चिंग
इसरो ने इस बारे में ट्वीट कर बताया, “दूसरे और अंतिम डीबूस्टिंग अभियान में लैंडर मॉड्यूल सफलतापूर्वक कक्षा में और नीचे आ गया है. मॉड्यूल अब आंतरिक जांच प्रक्रिया से गुजरेगा.” चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को लॉन्चिंग के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था.
अब 23 अगस्त का इंतजार
लैंडर मॉड्यूल को प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग करने की कवायद से पहले इसे छह, नौ, 14 और 16 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की प्रक्रिया की गई थी. ताकि ये चंद्रमा की सतह के नजदीक आ सके. इसरो ने चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल पर लगे कैमरों से ली गईं चंद्रमा की कई तस्वीरें भी जारी की हैं. अब 23 अगस्त को चांद पर इसकी सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास किया जाएगा.
साभार : एबीपी न्यूज़
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