पटना. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को स्वीकार किया है कि जब वे रांची में चारा घोटाला मामले की सजा काट रहे थे, तो उनके पास मोबाइल था। यही नहीं, लालू यादाव ने यह भी माना कि जेल से ही वे मोबाइल के जरिये सोनिया गांधी और अहमद पटेल जैसे नेताओं के संपर्क में रहते थे। ये बातें उन्होंने बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम के मंच पर सार्वजनिक रूप से कही। उन्होंने कहा कि जब वह रांची में जेल में बंद थे, तब उन्होंने अखिलेश प्रसाद सिंह को राज्यसभा एमपी बनाने के लिए सोनिया गांधी से बात की थी।
दरअसल, गुरुवार को सदाकत आश्रम में कांग्रेस की तरफ से बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्णा सिंह की 136वीं जयंती मनाई जा रही थी। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने लालू प्रसाद यादव की जमकर तारीफ की। लालू प्रसाद यादव के सम्मान में उन्हें सोने का मुकुट भी पहनाया गया। इसके बाद जब लालू प्रसाद यादव के बोलने की बारी आई तो बीजेपी और जातिगत आधारित जनगणना पर जम कर बोले। इसके बाद लालू कुछ ऐसा कह गए जो उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
जेल में सोनिया गांधी से की थी बात
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सदाकत आश्रम में सार्वजनिक तौर पर यह बात स्वीकार किया कि वह सजा के दौरान जेल मैनुअल का उल्लंघन करते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को सोनिया गांधी से बात कर एमपी बनवाया था। उस वक्त वे रांची जेल में बंद थे। अखिलेश प्रसाद सिंह के लिए उन्होंने सोनिया गांधी से बात की थी। और ये बातचीत फोन से हुई थी।
चारा घोटाला में बेल पर हैं लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं। उन्हें स्वास्थ्य कारणों के आधार पर बेल मिली है। लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट के बाद पूरी तरह से फिट हैं। वो हर रोज विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में लालू प्रसाद यादव का जेल मैनुअल का उल्लंघन करने की बात को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार करना मुसीबत खड़े करने वाला हो सकता है। बीजेपी की तरफ से पहले भी यह आरोप लगाए जाते रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव बिहार की राजनीति को रांची जेल से प्रभावित करते रहे हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने भाजपा के एक विधायक से फोन पर बात की थी। जिसका ऑडियो खूब वायरल हुआ था। दलित समाज से आने वाले विधायक को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने अपने आवास पर रखा था।
साभार : नवभारत टाइम्स
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं