नई दिल्ली. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राष्ट्रीय जनता दल के तेज प्रताप यादव ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले की तुलना 2019 के पुलवामा हमले से की है, जिसमें 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) जवान मारे गए थे। उन्होंने शनिवार को हुए हमले को चुनावी स्टंट बताया, जिसमें भारतीय वायु सेना के एक जवान का बलिदान हो गया। उनकी टिप्पणियों ने भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का मौका दे दिया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन उदाहरणों को गिनाया, जिसमें सबसे पुरानी पार्टी ने सशस्त्र बलों को निराश किया है।
जालंधर में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार चन्नी ने कहा, ये सभी स्टंट हैं, आतंकवादी हमले नहीं हैं। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। भाजपा लोगों के जीवन के साथ खेल रही है। उन्होंने 2019 के पुलवामा हमले की ओर इशारा किया, कहा ये हमले वास्तव में नहीं हो रहे हैं, बल्कि सिर्फ भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए हैं। जब भी चुनाव होते हैं, तो ऐसे स्टंट खेले जाते है, जैसा कि पिछली बार हुआ था। वहीं, पटना में तेज प्रताप यादव ने भी इसी तरह की बात कही। उन्होंने कहा, जब भी चुनाव आते हैं, पुलवामा जैसे आतंकवादी हमले होते ह। प्रधानमंत्री मोदी के कारण हमारे सैनिक शहीद हुए।
अनुराग ठाकुर बोले, दोनों नेताओं की मानसिकता को दर्शाता है बयान
दोनों नेताओं के बयान पर केंद्रीय केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, यह एक घटिया बयान है। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। सेना को मजबूत करने के बजाय उन्होंने 10 साल तक दलाली की। पुलवामा के बाद हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। संसद हमले के आरोपियों की फांसी रोकने के लिए इन लोगों ने दोपहर 2:30 बजे सुनवाई की। उन्होंने कहा कि लोग यह नहीं भूलेंगे कि अक्साई चिन 1000 किमी का इलाका छीन लिया गया है और एक हिस्सा श्रीलंका ने ले लिया है।
सुनील जाखड़ ने चन्नी की टिप्पणी की आलोचना की
पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़, जो कांग्रेस से भाजपा में आने वालों में से हैं, ने भी पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी की टिप्पणी की आलोचना की। वहीं, जालंधर से बीजेपी प्रत्याशी सुशील रिंकू ने भी चन्नी पर हमल बोला। उन्होंने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि यह नाटक था। वह व्यक्ति जो इतने संवेदनशील पद पर रहा। सैनिकों की मृत्यु पर शोक मनाने और उनकी वैवाहिक स्थिति को पहचानने के बजाय, वह कहते हैं कि यह नाटक है। मुझे लगता है कि यह हमारे सैनिकों का अपमान है और यह देश के खिलाफ भी है।
2019 के चुनाव में पुलवामा हमला बना राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा
पुलवामा में 2019 में आम चुनाव से पहले हुए हमले के बाद, राष्ट्रीय सुरक्षा एक प्रमुख मुद्दा बन गया था जिस पर चुनाव केंद्रित था। हमले के कुछ दिनों बाद, भारत ने पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर बालाकोट में हवाई हमले करके जवाबी कार्रवाई की थी। चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद विपक्ष ने कई सवाल उठाए थे और श्वेत पत्र की मांग भी की थी।
साभार : अमर उजाला
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