मुंबई. महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन के दो दल शिवसेना (UBT) और कांग्रेस के बीच विवाद हो गया है। दरअसल, शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार (9 मार्च) को नॉर्थ-वेस्ट मुंबई से अमोल कीर्तिकर को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा- यह कांग्रेस को नीचा दिखाने की हरकत है। उन्होंने शिवसेना प्रत्याशी को खिचड़ी स्कैम का घोटालेबाज और शिवसेना को बची-खुची पार्टी तक कह दिया।
निरुपम ने सोशल मीडिया पर 4 बातें लिखीं…
- शिवसेना बची-खुची पार्टी
कल शाम बची-खुची शिवसेना के प्रमुख ने अंधेरी में नॉर्थ-वेस्ट लोकसभा क्षेत्र से MVA का उम्मीदवार घोषित कर दिया। रात से ही फोन आ रहे हैं। ऐसा कैसे हो सकता है? MVA की दो दर्जन मीटिंग होने के बावजूद अभी तक सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। - शिवसेना ने चर्चा के बीच कैंडिडेट घोषित किया
जो 8-9 सीटें पेंडिंग हैं,उनमें यह सीट भी है। ऐसा कांग्रेस के उन साथियों ने मुझे बताया है, जो सीट शेयरिंग की बैठकों में हिस्सा ले रहे हैं। फिर शिवसेना की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा करना गठबंधन धर्म का उल्लंघन नहीं है क्या? या फिर कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए ऐसी हरकत जानबूझकर की जा रही है? कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को हस्तक्षेप करना चाहिए। - शिवसेना उम्मीदवार खिचड़ी स्कैम का घोटालेबाज
शिवसेना की तरफ से जिस उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित किया गया है, वह कौन है? खिचड़ी स्कैम का घोटालेबाज है। उन्होंने खिचड़ी सप्लायर से चेक में रिश्वत ली है। खिचड़ी स्कैम क्या है? कोविड के जमाने में मजबूर प्रवासी मजदूरों को BMC की तरफ से मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने का सराहनीय कार्यक्रम था। - क्या ऐसे घोटालेबाज के लिए शिवसेना-कांग्रेस नेता प्रचार करेंगे
गरीबों को खाना खिलाने के स्कीम में से शिवसेना के प्रस्तावित उम्मीदवार ने कमीशन खाया है। ED पूरे मामले की जांच कर रही है। क्या ऐसे घोटालेबाज उम्मीदवार के लिए कांग्रेस और शिवसेना के कार्यकर्ता प्रचार करेंगे? दोनों पार्टी के नेतृत्व से विनम्रतापूर्वक मेरा यह सवाल है?
कांग्रेस-शिवसेना के बीच मुंबई की 6 सीटों पर पेंच
महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं। राज्य में उद्धव ठाकरे की शिवसेना, शरद पवार की NCP और कांग्रेस महाविकास अघाड़ी अलायंस के तहत एक साथ हैं। तीनों पार्टियों के बीच 48 में से 8 सीटों पर सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पा रही है। इसमें छह सीटें मुंबई की हैं। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस मुंबई की छह लोकसभा सीटों में से तीन पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसमें मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल और मुंबई नॉर्थ वेस्ट शामिल है। हालांकि, उद्धव ठाकरे कुल 18 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, जिनमें चार सीटें मुंबई की हैं। इनमें मुंबई साउथ, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई नॉर्थ ईस्ट और मुंबई साउथ सेंट्रल शामिल हैं।
संजय राउत बोले- सीट शेयरिंग हो गया है
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा- सीट शेयरिंग तय हो गया है। प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी भी हमारे साथ हैं। राउत ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा- महाविकास अघाड़ी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार का इनके मन में इतना डर है कि ये बौखला गए हैं। MVA 40+ की तैयारी में है। देश की सत्ता में परिवर्तन महाराष्ट्र की भूमि से होगा। इसलिए भाजपा चाहती है कि प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र से चुनाव लड़ें। उससे नितिन गडकरी का भी टिकट कट सकता है।
साभार : दैनिक भास्कर
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