मास्को. रूस के कजान शहर में शनिवार सुबह अमेरिका के 9/11 जैसा हमला हुआ। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन ने कजान पर 8 ड्रोन अटैक किए। इनमें से 6 अटैक रिहायशी इमारतों पर हुए। कजान शहर रूस की राजधानी मॉस्को से 720 किलोमीटर दूर है। अभी तक हमले में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। सोशल मीडिया पर हमले के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें कई ड्रोन इमारतों से टकराते नजर आ रहे हैं। इन हमलों के बाद कजान समेत रूस के दो एयरपोर्ट्स को बंद कर दिया गया है।
अमेरिका में 2001 में आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर इसी तरह से 4 प्लेन हाईजैक कर हमला किया था। इनमें से 3 प्लेन एक-एक कर अमेरिका की 3 अहम इमारतों में क्रैश कराए गए। पहला क्रैश 8 बजकर 45 मिनट पर हुआ। बोइंग 767 तेज रफ्तार से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टॉवर से जा टकराया। 18 मिनट बाद एक दूसरा बोइंग 767 बिल्डिंग के साउथ टॉवर से जा टकराया था। इन हमलों में लगभग 3000 लोग मारे गए थे।
शुक्रवार को यूक्रेन ने कुर्स्क तो रूस ने कीव पर किया था हमला
इससे पहले शुक्रवार को यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क बॉर्डर पर अमेरिकी मिसाइलें दागीं थीं। इसमें 6 लोग मारे गए थे। इसके तुरंत बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला किया, जिसमें एक की मौत हुई। यूरोपियन यूनियन की चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयन के मुताबिक रूस ने कीव में जिस इमारत को निशाना बनाया था, वहां से कई देशों के डिप्लोमेटिक मिशन ऑपरेट होते थे। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा है कि वे जंग खत्म करने पर पुतिन से बात करेंगे।
रूस पर 4 महीने में दूसरी बार 9/11 जैसा हमला
रूस पर 4 महीने पहले भी 9/11 जैसा हमला हुआ था। यूक्रेन ने रूस के सारातोव शहर में 38 मंजिला रिहायशी इमारत वोल्गा स्काई को निशाना बनाया था। इस शहर में रूस का स्ट्रैटजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस भी है। हमले में 4 लोग घायल हुए थे। जिसके बाद रूस ने पलटवार करते हुए यूक्रेन पर 100 मिसाइल और 100 ड्रोन दागे थे। इनमें 6 लोगों की मौत हुई थी और 150 से ज्यादा घायल हुए थे।
यूक्रेन पर रूस के न्यूक्लियर चीफ की हत्या के भी आरोप
4 दिन पहले ही रूस के न्यूक्लियर चीफ इगोर किरिलोव की मॉस्को में हुए एक ब्लास्ट में मौत हो गई थी। हमले के वक्त किरिलोव अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे, उसी वक्त नजदीक खड़े स्कूटर में ब्लास्ट हो गया। इसमें किरिलोव के साथ-साथ उनका अस्टिटेंट भी मारा गया था। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यूक्रेन के अधिकारियों के हवाले बताया था कि किरिलोव की हत्या यूक्रेन ने ही कराई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस एजेंसी (SBU) से जुड़े एक सूत्र ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। यूक्रेन सिक्योरिटी सर्विसेज (SBU) का आरोप था कि कि किरिलोव के लीडरशिप में रूस ने लगभग 5,000 बार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया था। इनमें 700 से ज्यादा बार इनका इस्तेमाल इस साल मई में ही हुआ था।
पुतिन ने दो दिन पहले ही कहा था जंग रोकने को तैयार है
दो दिन पहले ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि वे यूक्रेन जंग को रोकने के लिए तैयार हैं। इसके लिए वे ट्रम्प से बातचीत करने को तैयार हैं। पुतिन ने कहा कि उनके बीच चार साल से भी ज्यादा वक्त से कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन अगर ट्रम्प चाहें तो वे उनसे मिलने को तैयार हैं।
जेलेंस्की ने 43 हजार यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने की बात कबूली
फरवरी 2021 में शुरू हुई रूस यूक्रेन जंग को साढ़े तीन साल से ज्यादा वक्त हो चुका है। इसी महीने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में अपने 43 हजार सैनिकों के मारे जाने की बात कबूली थी। इसके साथ ही उन्होंने 3.70 सैनिकों के घायल होने की बात भी कही थी।
जेलेंस्की ने रूस के 1.98 लाख सैनिकों के मारे जाने और 5.50 लाख सैनिकों के घायल होने का दावा भी किया था
वहीं रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिका की एक सीक्रेट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब तक रूस के 3.15 लाख सैनिक मारे गए हैं या घायल हुए हैं। दूसरी तरफ अगस्त में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि इस वॉर में करीब 70 हजार यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं।
साभार : दैनिक भास्कर
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