लखनऊ. जो उत्तर प्रदेश 2017 से पहले देश के विकास का ब्रेकर माना जाता था, आज वही देश को 50 खरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए ब्रेक थ्रू माना जा रहा है। पहले जहां हर साल तीन सौ से ज्यादा दंगे होते थे, वहीं अब युवाओं को शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए दंगल होते हैं। पहले युवाओं के हाथों में तमंचे होते थे, अब टैबलेट दिखाई देता है। यह बदलता हुआ उत्तर प्रदेश है। इसलिए अब राइजिंग के बाद शाइनिंग यूपी (उभरता और चमकता हुआ यूपी) है। अमर उजाला संवाद में राइजिंग उत्तर प्रदेश सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन शब्दों में बीते सात वर्षों में बदले हुए उत्तर प्रदेश की तस्वीर पेश की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने तुष्टीकरण नहीं बल्कि अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की संतुष्टि को आधार बनाकर काम किया है। तुष्टीकरण सरकार का काम नहीं है, होना भी नहीं चाहिए। उनकी सरकार ने किसी का तुष्टीकरण नहीं किया, बल्कि सर्व समाज की संतुष्टि के लिए कार्य किए हैं। अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की संतुष्टि का लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की इस सच्ची भावना को सम्मान देते हुए काम किया तो परिणाम सभी के सामने है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दमदार तरीके से कह सकते हैं कि यूपी भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनने का सामर्थ्य रखता है। अब राइजिंग के साथ शाइनिंग के रूप में तस्वीर सामने है। पहले हर योजना में यूपी पीछे रहता था, अब नंबर एक पर है।
योगी ने कहा कि यूपी में 2017 से पहले प्रदेश में मात्र 2 एयरपोर्ट संचालित थे। आज नौ संचालित हैं। मार्च के पहले सप्ताह में दस नए एयरपोर्ट का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने जा रहा है। अयोध्या, वाराणसी, कुशीनगर और लखनऊ में चार अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट भी इसी साल क्रियाशील हो जाएगा। उदाहरण देते हुए कहा कि पहले फ्लाइट के जरिये गोरखपुर से दिल्ली जाने के लिए लखनऊ आना पड़ता था, अब गोरखपुर से प्रतिदिन 11 फ्लाइटें हैं।
ऐसे बना शाइनिंग यूपी
सीएम ने कहा कि वही प्रदेश है, वही लोग हैं, सब कुछ वही है, लेकिन कार्य संस्कृति बदली तो यूपी हर एक क्षेत्र में मॉडल माना जा रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में जो संपदा यूपी के पास है वह कहीं और देखने को नहीं मिलेगी। जिस प्रदेश की पहचान गड्ढों से होती थी वह आज एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में जाना जा रहा है। 2017 से पहले यूपी के पास कुछ नहीं था। अब पूरब से पश्चिम तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा नेटवर्क है। दिसंबर तक गंगा एक्सप्रेसवे बनने बाद देश के एक्सप्रेसवे का कुल 55 फीसदी हिस्सा यूपी के पास होगा।
बदले उत्तर प्रदेश को लोग कर रहे महसूस
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते सात वर्षों में बदले हुए उत्तर प्रदेश को लोग महसूस कर रहे हैं। डबल इंजन की सरकार के कारण यूपी ने सब कुछ अर्जित किया है। कहा, 2017 से पहले 365 दिन में से अधिकांश दिन प्रदेश में कर्फ्यू लगा रहता था। यूपी में जब व्यक्ति सुरक्षित नहीं था तो पूंजी कैसे सुरक्षित रह सकती थी। लेकिन हाल ही में 19 फरवरी को राजधानी में हुए चौथे भूमि पूजन समारोह में पीएम मोदी के हाथों 10.36 लाख करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ।
बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन का दायरा
योगी ने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां पहले कोई नहीं आता था। लेकिन अब अयोध्या में ही एक महीने में 65 लाख श्रद्धालु आए हैं। भविष्य में यह संख्या लगातार बढ़ेगी। काशी, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन, बरसाना में जितने पर्यटक व श्रद्धालु आएंगे, उतने कहीं नहीं आएंगे।सीएम ने कहा कि पहले यूपी को लैंड लॉक स्टेट कहा जाता था लेकिन अब सदा नीरा नदिया हैं। वाराणसी से हल्दिया तक अंतर्देशीय जलमार्ग शुरू हो गया है। अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण का गठन होने के बाद अब अयोध्या को भी जल मार्ग से हल्दिया से जोड़ने की तैयारी है।
ये भी कहा
प्रदेश में एमएसएमई का अच्छा आधार है। एमएसएमई उत्पादों का दो लाख करोड़ रुपये का निर्यात होता है। ये उत्पाद देश को एक नई पहचान दे रहे हैं। प्रत्येक क्षेत्र में जितनी संभावना यूपी के पास है, उतनी किसी और के पास नहीं है। 2017 में यूपी देश की छठी अर्थव्यवस्था थी, अब देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। व्यापार की सुगमता में 14वें स्थान पर था, आज अचीवर स्टेट के रूप में जाना जा रहा है। यूपी की प्रतिव्यक्ति आय, जीडीपी दोगुनी हुई है।
साभार : अमर उजाला
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