नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आतंकवाद से संबंधित एक मामले के सिलसिले में शनिवार को दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और असम सहित आठ राज्यों में 15 स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. पाकिस्तानी जासूसी केस में एनआईए ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान अलग-अलग स्थानों से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और वित्तीय दस्तावेज जब्त किए गए. भारत विरोधी साजिश से जुड़े सुराग जुटाने में एनआईए लगी हुई है. संदिग्धों ने पाकिस्तानी एजेंटों को गोपनीय जानकारी लीक की थी. जानकारी लीक करने के बदले सभी आरोपियों को भारत में अलग-अलग माध्यमों से पैसे मिले थे, जिसकी तफ्तीश जारी है. NIA ने 20 मई को RC-12/2025/NIA/DLI के तहत केस दर्ज किया था. मामला Official Secrets Act, UAPA और BNS की धाराओं में दर्ज किया गया है.
सीआरपीएफ जासूसी मामले में कोलकाता में NIA ने कई जगहों पर छापे मारे
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ कथित तौर पर गोपनीय जानकारी साझा करने के आरोप में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की हाल ही में हुई गिरफ्तारी के सिलसिले में शनिवार को कोलकाता में तीन जगहों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया. एनआईए ने जिन तीन जगहों पर छापेमारी की, वे कोलकाता के पार्क सर्कस, मोमिनपुर और इकबालपुर थे. डायमंड हार्बर रोड स्थित एक टूर एंड ट्रैवल एजेंसी के कार्यालय में भी छापेमारी की गई. एजेंसी के मालिक को कोलकाता स्थित एनआईए के कार्यालय में तलब किया गया है.
अधिकारियों ने कुछ संदिग्ध धन लेनदेन के संबंध में पूछताछ के लिए एक ट्रैवल एजेंसी के मालिक को भी अपने कार्यालय में बुलाया. एनआईए सूत्रों के अनुसार, अलीपुर में एक दुकान, खिदरपुर में एक ट्रैवल एजेंसी और पार्क सर्कस में एक होटल में तलाशी अभियान चलाया गया. दुकान के मालिक ने पुष्टि की कि उन्हें आगे की पूछताछ के लिए सोमवार को कोलकाता स्थित एनआईए कार्यालय पहुंचने के लिए कहा गया है. एनआईए के अधिकारियों ने टूर एंड ट्रैवल एजेंसी के कार्यालय में पहुंचकर दुकान के मालिक का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है. इस सप्ताह की शुरुआत में एनआईए ने सीआरपीएफ के एएसआई मोती राम जाट को दिल्ली से गिरफ्तार किया था और उससे पूछताछ कर रही थी. केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया कि उसने पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ गोपनीय जानकारी साझा की, जिन्होंने खुद को टीवी पत्रकार बताया और कथित तौर पर उनसे पैसे लिए.
साभार : न्यूज18
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