रविवार, जुलाई 20 2025 | 02:54:36 AM
Breaking News
Home / राज्य / मध्यप्रदेश / जीव हिंसा किसी भी धर्म में हो, वह निंदनीय है : पं. धीरेंद्र शास्त्री

जीव हिंसा किसी भी धर्म में हो, वह निंदनीय है : पं. धीरेंद्र शास्त्री

Follow us on:

भोपाल. पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने जीव हत्या को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल, जहां एक तरफ मुस्लिम समुदाय बकरीद की तैयारियों में जुटा है, वहीं इस त्योहार और कुर्बानी की प्रथा को लेकर धीरेंद्र शास्त्री का बयान चर्चा का विषय बन गया है.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, पूरे मुस्लिम समुदाय में ईद उल अजहा या बकरीद की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. भारत में बकरीद 7 जून को मनाई जाएगी, लेकिन त्यौहार से पहले बाबा बागेश्वर का कुर्बानी प्रथा पर दिया गया बयान इस समय सुर्खियां बटोर रहा है. धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर हम किसी को जीवन नहीं दे सकते, तो हमें उसे मारने का अधिकार भी नहीं है. जीव हिंसा किसी भी धर्म में हो, वह निंदनीय है. हम बलि प्रथा के पक्ष में नहीं हैं, और बकरीद के भी पक्ष में नहीं हैं.

धीरेंन्द्र शास्त्री ने क्या कहा

धीरेंन्द्र शास्त्री ने आगे कहा कि ‘बहुत समय पहले हमारे इतिहास में विशेष समय या परिस्थिति में बलि चढ़ाने की परंपरा रही थी, लेकिन अब समय बदल गया है और ऐसी परंपराओं को रोकना ही इस दौर में उचित है. उन्होंने सनातन धर्म में बलि प्रथा की आलोचना करते हुए कहा कि सनातन संस्कृति में जहां-जहां बलि दी जाती है, उसे भी रोका जाना चाहिए. इस धरती पर हर जीव को जीने का अधिकार है, इसलिए हमें हिंसा की नहीं बल्कि सह-अस्तित्व की राह पर चलना चाहिए’.

अहिंसा के मार्ग पर चलना हमारा धर्म

उन्होंने अहिंसा का महत्व बताते हुए इसे सभी धर्मों का मूल बताया है और कहा कि अहिंसा के मार्ग पर चलना ही हमारा मूल धर्म होना चाहिए. यदि हम अहिंसा के रास्ते पर चलेंगे, तभी समाज और धर्म दोनों स्वस्थ और संवेदनशील बना सकते हैं. बता दें कि पूरे भारत में बकरीद का त्योहार 7 जून को मनाया जाएगा, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग बकरीद को सिर्फ कुर्बानी का त्योहार नहीं, बल्कि अल्लाह के प्रति समर्पण और त्याग का प्रतीक मानते हैं.

भारत को बनाना है हिंदू राष्ट्र

वहीं भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए बाबा बागेश्वर ने विशेष अभियान शुरू किया है. उन्होंने शिष्य मंडल की बैठक में कहा कि हिंदूओं को जाग्रत करने और उनके बीच मे क्रांति लाने के लिए देश में साधुओं का मंडल और देश भर के पदाधिकारी मिलकर अभियान चलाएंगे. उन्होंने बताया कि इस अभियान क तहत बागेश्वर धाम द्वारा बनाए गए ‘सुंदरकांड’ में देशभर में हिंदू समाज को छुआछूत और जात-पात जैसी बुराइयों से दूर कर एकता और एकजुटता का पाठ पढ़ाया जाएगा ताकि देश को हिंदू राष्ट्र बनाया जा सके.

साभार : जी न्यूज

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

अगर देश को मिटाना है तो जातिवाद की चर्चा करो : पंडित धीरेंद्र शास्त्री

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के इटावा में एक कथावाचक के साथ इसलिए अभद्र व्यवहार किया गया, …