नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में पिछले महीने लाल किले के पास हुए आतंकी बम विस्फोट की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. मंगलवार (9 दिसंबस) को एनआईए ने इस मामले के एक मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी आतंकी नेटवर्क की परतें और गहराई से उजागर करने के तौर पर देखी जा रही है.
एनआईए की टीम ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला निवासी डॉ. बिलाल नसीर मल्ला को दिल्ली से गिरफ्तार किया. वह इस मामले में पकड़ा जाने वाला 8वां आरोपी है. एजेंसी के मुताबिक, विस्फोट की साजिश में बिलाल की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है. एनआईए की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बिलाल नसीर मल्ला ने मुख्य आरोपी उमर उन नबी को छिपाने में मदद की और उसे लॉजिस्टिकल सपोर्ट प्रदान किया.
इसके साथ ही धमाके से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत नष्ट करने के आरोप भी हैं. एनआईए का कहना है कि बिलाल की तलाश लंबे समय से जारी थी और अब गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ और तेज की जाएगी. एजेंसी ने कहा कि यह गिरफ्तारी इस आतंकी हमले की साजिश को पूरी तरह बेनकाब करने की दिशा में अहम कदम है. एनआईए इस मामले में कई केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर जांच को आगे बढ़ा रही है.
बता दें कि दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर की शाम करीब 6:52 बजे एक तेज धमाका हुआ था. यह विस्फोट हाई ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी सफेद हुंडई आई20 कार में हुआ. धमाका इतना भीषण था कि आसपास की कई गाड़ियां जलकर खाक हो गईं और नजदीकी दुकानों के शीशे चकनाचूर हो गए. इस हमले में 13 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. यह घटना पूरे देश के लिए सदमे की तरह थी और दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हुए थे.
इस हमले का मुख्य आरोपी डॉ. उमर पुलवामा का निवासी था और अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा हुआ बताया जाता है. जांच एजेंसी का दावा है कि वह आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रेरित था और हमले को अंजाम देने की साजिश उसी ने रची थी. उमर की मौत के बाद अब उसकी मदद करने वाले नेटवर्क को पकड़ने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं. एनआईए ने प्रेस बयान में कहा है कि उसे इस हमले में शामिल सभी व्यक्तियों और संगठनों का पता लगाने तक जांच जारी रखनी है और किसी भी एंगल को छोड़ा नहीं जाएगा.
साभार : जी न्यूज
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