नई दिल्ली. दुनिया भर में पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद भारत वापस लौटे दुनिया के अलग-अलग देश में गए भारतीय प्रतिनिधि मंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की बातों को सुना और उनके अनुभवों पर चर्चा की.
डेलिगेशन के सदस्यों ने पीएम को बताई ये बातें
डेलिगेशन के सदस्य अलग-अलग टेबल के पास खड़े थे और पीएम मोदी ने सभी सदस्यों के पास जाकर उनसे बात की. इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने इन सदस्यों ने ये जानना चाहा कि दुनिया के अलग-अलग देश में उनका अनुभव कैसा रहा. साथ ही दुनिया के अलग-अलग देशों में इन डेलिगेशन की ओर से बताई गई बातों पर कैसे रिएक्ट किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद की समस्या को समाप्त करने की आवश्यकता पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों ने विभिन्न देशों में भारत का विचार पुरजोर तरीके से प्रस्तुत किया.
भारत की आवाज को आगे बढ़ाया- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘‘विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की और शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और आतंकवाद के खतरे को खत्म करने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की. जिस तरह से उन्होंने भारत की आवाज को आगे बढ़ाया, उस पर हम सभी को गर्व है.’’ सूत्रों के मुताबिक गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी की सराहना की. विशेष रूप से भारतीय प्रवासी समुदाय की आवाज को मजबूत करने के प्रयासों के लिए, जिससे ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिनिधिमंडल को खाड़ी देशों में अपनी बात प्रभावी ढंग से रखने में मदद मिली. प्रधानमंत्री ने सुप्रिया सुले से उनके शरद पवार के स्वास्थ्य के बारे में पूछा और प्रियंका चतुर्वेदी से भी उनके पिता के स्वास्थ्य की जानकारी ली.
पीएम मोदी ने सभी सासंदों की बात सुनी
एक वरिष्ठ सांसद ने बताया कि यह बैठक केवल औपचारिक नहीं थी, बल्कि प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों की बात ध्यानपूर्वक सुनी और उनके विचारों को महत्व दिया. प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने प्रधानमंत्री की संवाद शैली की सराहना की, जो दर्शाता है कि वे हर सांसद की बात को गंभीरता से सुनते हैं और मान्यता देते हैं. भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया के 30 से ज्यादा देशों में अपने 7 अलग-अलग डेलिगेशन भेजने का फैसला किया था. इन डेलिगेशन में अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल थे. इन डेलिगेशन के सदस्यों ने दुनिया के अलग-अलग देश में जाकर पाकिस्तान की आतंक नीति और आतंक समर्थित रुख को दुनिया भर के देशों में बेनकाब किया. इसके साथ भारत की नई नीति के बारे में भी दुनिया भर के देशों को जानकारी दी, जिसके तहत भविष्य में अगर इस तरह का कोई आतंकी हमला होता है तो उसको भारत युद्ध की तरह ही देखेगा.
साभार : एबीपी न्यूज
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