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भारत में ऑनलाइन भी नहीं बिकेगा पाकिस्तान का सामान

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नई दिल्ली. 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इसके बाद पूरे देश में आक्रोश मच गया था। इस दौरान सरकार ने पाकिस्तान से बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया। भारतीय सेना ने कई आतंकियों को ठिकाने लगाया। बता दें कि उपभोक्ता संरक्षण नियामक सीसीपीए ने अमेजन और फ्लिकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को पाकिस्तानी प्रोडक्ट हटाने का आदेश दिया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सीसीपीए ने यूबाय इंडिया, एट्सी, द फ्लैग कंपनी और द फ्लैग कॉरपोरेशन को भी नोटिस भेजा है। इन कंपनियों को पाकिस्तानी झंडे और संबंधित सामान बेचने से मना किया गया है।

मंत्री प्रल्हाद जोशी ने क्या कहा?

उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि ऐसी असंवेदनशीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ई-कॉमर्स मंचों को निर्देश दिया जाता है, कि वे ऐसी सभी सामग्री को तुरंत हटा दें और राष्ट्रीय कानूनों का पालन करें। इसका मतलब है कि सरकार इस तरह के उत्पादों को बेचने की अनुमति नहीं देगी। सरकार चाहती है कि ई-कॉमर्स कंपनियां तुरंत इन उत्पादों को हटा दें और देश के कानूनों का पालन करें। उपभोक्ता संरक्षण नियामक सीसीपीए ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को पाकिस्तानी वाले प्रोडक्ट हटाने का आदेश दिया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है, कि ऐसी असंवेदनशीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कंपनियों को राष्ट्रीय कानूनों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।

ई-कॉमर्स कंपन‍ियों के ल‍िए चेतावनी

बता दें कि मंत्री के पोस्ट में यह साफ नहीं किया गया कि कौन सा कानून तोड़ा जा रहा है? यह स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तानी झंडे वाले सामान को बेचने से किस कानून का उल्लंघन हो रहा है। सीसीपीए का यह आदेश ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए चेतावनी है। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके प्लेटफॉर्म पर कोई भी ऐसा उत्पाद न बेचा जाए जो देश की भावनाओं को ठेस पहुंचाए या कानून का उल्लंघन करे। सरकार ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करेगी।

देश की राष्ट्रीय भावना के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान

यह आदेश देश की राष्ट्रीय भावना के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान को दर्शाता है। पाकिस्तानी झंडे जैसे प्रतीकों की बिक्री को भारत में कई लोग आपत्तिजनक और राष्ट्रविरोधी मान सकते हैं, खासकर मौजूदा भू-राजनीतिक संदर्भ में और पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद। ऐसे उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी चिंताजनक हो सकती है। हालांकि, यह प्रत्यक्ष रूप से सुरक्षा को खतरा नहीं पहुंचाता, लेकिन यह शत्रुतापूर्ण भावनाओं को बढ़ावा दे सकता है।

साभार : न्यूज24

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