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डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के एपस्टीन केस की सभी फाइलों को करेंगे सार्वजनिक

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वाशिंगटन. जेफरी एपस्टीन… मरने के 6 साल बाद भी यह यौन अपराधी (Epstein Files Controversy Explained) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए गले का फांस बना हुआ है. एक ऐसा फांस जो ट्रंप के लिए न उगलते बन रहा है और न निगलते. कम उम्र की लड़कियों की यौन तस्करी और यौन शोषण के लिए कुख्यात जेफरी एपस्टीन के साथ ट्रंप की दोस्ती पर हर दूसरे दिन अमेरिका की राजनीति को सरगर्म रहती है. और यह सरगर्मी अब और बढ़ने वाली है. अब लगता है कि आधुनिक अमेरिका की सबसे कुख्यात केस फाइलों में से एक- एपस्टीन फाइल्स पर से पर्दा उठने वाला है. अमेरिकी सांसद मंगलवार, 18 नवंबर को जेफरी एपस्टीन से जुड़े सभी सरकारी रिकॉर्ड को सार्वजनिक करने के लिए संसद में एक बिल लेकर आने वाले हैं.

हालांकि अब तक एपस्टीन फाइल्स को हरसंभव छिपाने की कोशिश करने वाले ट्रंप के सुर बदल गए हैं. उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी, रिपब्लिकन के सभी सांसदों को इस बिल के पक्ष में वोट करना चाहिए और अगर संसद से यह बिल पास हो जाता है तो उन्हें उसपर मुहर लगाने में कोई दिक्कत नहीं होगी क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है.

ट्रंप की जुबान बदलने के पीछे उनकी मजबूरी भी एक वजह है. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार हफ्तों के विरोध, पर्दे के पीछे दबाव बनाने के बाद राष्ट्रपति ने बैकफुट पर हैं क्योंकि यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस में लगभग 100 रिपब्लिकन उनकी बात न मानने को तैयार थे, वो इस बिल के पक्ष में वोट करने जा रहे थे. मजबूरी में अब ट्रंप को खुद कहना पड़ रहा है कि इस बिल के पक्ष में वोट दीजिए.

हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव (लोकसभा जैसे) में एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी बिल आ रहा है और यहां इसका पास होना लगभग है. एक बार यह कानून दोनों सदनों से पास हो गया तो एपस्टीन फाइल को सार्वजनिक करना अनिवार्य हो जाएगा. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार कानूनी एक्सपर्ट्स कहते हैं कि 1,000 से अधिक सर्वाइवर्स वाले मामले में जनता जवाब की हकदार है, जबकि ट्रंप समर्थकों का कहना है कि ये फाइलें डेमोक्रेट और अन्य शक्तिशाली हस्तियों को बेनकाब कर देंगी जो लंबे समय से जांच से दूर हैं.

अब ट्रंप की भाषा क्यों बदली

रविवार देर शाम ट्रुथ सोशल पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों को फाइलें जारी करने के लिए वोट करना चाहिए “क्योंकि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है.” इसके बाद जब पत्रकारों ने बिल पास होने के बाद हस्ताक्षर को लेकर ट्रंप से सवाल किया तो उन्होंने सोमवार को ओवल ऑफिस में कहा, “मैं इसके पक्ष में हूं.”

लेकिन क्या सच में ट्रंप अपने दिल से यह बात बोल रहे हैं. एएफफी की रिपोर्ट के अनुसार उनके पास अपना चेहरा बचाने के लिए केवल यही विकल्प है कि वो इसे अपनी हामी दे दें. ट्रंप के पार्टी के नेताओं ने ही उन्हें अपना स्टैंड बदलने पर मजबूर कर दिया है. सभी डेमोक्रेटिक सांसदों ने और चार रिपब्लिकन सांसदों ने एक “डिस्चार्ज पेटिशन” पर साइन किए हैं. अब यह जरूरी हो गया है कि इस बिल पर संसद में वोटिंग हो.

ट्रंप और एपस्टीन का क्या कनेक्शन है?

ट्रंप और एपस्टीन के बीच सालों तक घनिष्ठ संबंध रहे थे. दोनों की पार्टियों में एक साथ तस्वीरें और वीडियो खींची गई थीं. हालांकि ट्रंप ने बार बार कहा है कि वो एपस्टीन के गलत कामों में शामिल नहीं थे.

ट्रंप 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में एपस्टीन को सामाजिक रूप से जानते थे. दुनिया के सामने दोनों एक साथ दिखे हैं. एपस्टीन के सहयोगी घिसलीन मैक्सवेल पर 2021 में जब मुकदमा चल रहा था तक, एपस्टीन के लंबे समय तक पायलट रहे लॉरेंस विसोस्की ने गवाही दी था कि ट्रंप ने एपस्टीन के प्राइवेट प्लेन से कई बार उड़ान भरी थी. हालांकि ट्रंप ने विमान में होने से इनकार किया है.

साभार : एनडीटीवी

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