गुरुवार, दिसंबर 25 2025 | 09:18:30 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा होंगे मुख्य अतिथि

भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा होंगे मुख्य अतिथि

Follow us on:

नई दिल्ली. इस बार भारत 26 जनवरी को 77वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। इसको लेकर मुख्य अतिथि तय कर लिए गए हैं। इस बार एक नहीं बल्कि दो मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल होंगे। यूरोपीय यूनियन के नेता उर्सुला गर्ट्रूड वॉन डेर लेयेन और एंटोनियो लुइस सैंटोस दा इस बार गणतंत्र दिवस समारोह 2026 के मुख्य अतिथि होंगे। बता दें कि उर्सुला गर्ट्रूड वॉन डेर लेयेन एक जर्मन राजनेता हैं। वहीं एंटोनियो लुइस सैंटोस दा यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष हैं।

बता दें कि उर्सुला गर्ट्रूड वॉन डेर लेयेन फिलहाल यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष हैं। वॉन डेर लेयेन एक जर्मन राजनेता हैं। इनका जन्म अक्टूबर 1958 में हुआ है। लेयेन पेशे से डॉक्टर हैं। क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी की नेता हैं। इसके साथ ही जर्मनी के इतिहास में डेर लेयेन पहली महिला सांसद हैं। साल 2005 से 2009 तक वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और युवाओं के मंत्री का पद संभाला था। इसके बाद साल 2009 से 2013 तक श्रम और सामाजिक मामलों के मंत्री और 2013 से रक्षा मंत्री के रूप में काम किया।

एंटोनियो लुइस सैंटोस दा वर्तमान में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष हैं। लुइस सैंटोस दा एक पुर्तगाली वकील और राजनीतिज्ञ हैं। इनका जन्म 17 जुलाई 1961 को हुआ है। पिछले साल से सैंटोस दा यूरोपीय परिषद में अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। इससे पहले पुर्तगाल के प्रधानमंत्री और सोशलिस्ट पार्टी के महासचिव का पद संभाल चुके हैं।

उर्सुला गर्ट्रूड वॉन डेर लेयेन साल 2005 में पद संभालने के बाद से एंजेला मर्केल की कैबिनेट में लगातार सेवा दें रहीं हैं। पिछले कुछ सालों में चर्चा रही कि लेयेन जर्मन चांसलर के रूप में मर्केल के संभावित उत्तराधिकारी हो सकती हैं। 2018 के बाद से लेयेन नाटो के महासचिव के रूप में जेन स्टोलटेनबर्ग के सफल होने के लिए पसंदीदा बताया गया है।

साभार : न्यूज24

‘गांधी जी की राजनीतिक यात्रा के कुछ पन्ने’ पुस्तक के बारे में जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें :

https://matribhumisamachar.com/2025/12/10/86283/

आप इस ई-बुक को पढ़ने के लिए निम्न लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं:

https://www.amazon.in/dp/B0FTMKHGV6

यह भी पढ़ें : 1857 का स्वातंत्र्य समर : कारण से परिणाम तक

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भारतीय तटरक्षक बल ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में विकसित अपने पहले प्रदूषण नियंत्रण पोत – समुद्र प्रताप (यार्ड 1267) को अपने बेड़े में शामिल किया

भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) की 2 पीसीवी परियोजना के तहत 23 दिसंबर 2025 को पहला स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोत (पीसीवी)– समुद्र प्रताप (यार्ड 1267) को …