शनिवार, दिसंबर 27 2025 | 10:44:13 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / भारतीय सेना के सैनिकों को सशर्त सोशल मीडिया प्रयोग की मिली अनुमति

भारतीय सेना के सैनिकों को सशर्त सोशल मीडिया प्रयोग की मिली अनुमति

Follow us on:

नई दिल्ली. भारतीय सेना ने अपनी सोशल मीडिया पॉलिसी में एक और बड़ा बदलाव किया है। अब सेना ने अपने सैन्यकर्मियों को इंस्टाग्राम चलाने की इजाजत दे दी है। लेकिन, शर्त ये है कि वे इसका इस्तेमाल सिर्फ व्यू-ऑनली मोड में कर सकेंगे। सेना के जवानों और अफसरों पर इस बात की पाबंदी रहेगी कि वे न तो इंस्टाग्राम पर मेलजोल बढ़ाएं और न ही उन्हें किसी भी कंटेंट को पोस्ट करने, लाइक या कमेंट करने की ही इजाजत मिलेगी, जैसा कि आम सोशल मीडिया यूजर्स कर सकते हैं।

इंस्टाग्राम पर ‘निष्क्रीय भागीदारी’

एनडीटीवी ने मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सैन्यकर्मियों को भारतीय सेना की ओर से इंस्टाग्राम इस्तेमाल करने की अनुमति मिलने के पीछे की सोच ये है कि वे कंटेंट देखकर और उसपर निगरानी रखकर वे अपनी जागरूकता बढ़ा सकेंगे और जानकारियां जुटा सकें। सेना ने इस सीमित अनुमति को ‘निष्क्रीय भागीदारी’ बताया है, जिसमें यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि उन्हें कंटेंट देखने के अलावा किसी चीज की इजाजत नहीं मिलेगी।

यूट्यूब , एक्स का भी ‘निष्क्रीय इस्तेमाल’

सेना को इसका एक फायदा यह भी होगा कि इससे जवान फर्जी और भ्रामक पोस्ट से जुड़ी जानकारियां अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा कर सकेंगे। इसी तरह की पाबंदियां यूट्यूब और एक्स जैसे अन्य सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी जारी रहेंगी, इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार इन्हें भी ‘निष्क्रीय इस्तेमाल’ की ही अनुमिति दी गई है। भारतीय सेना की ओर से समय-समय पर सोशल मीडिया इस्तेमाल को लेकर गाइडलाइंस जारी होती रही हैं और पहले सुरक्षा वजहों से इन पर पाबंदी लगी हुई थी।

2019 तक बहुत ही सख्त थे सेना के नियम

2019 तक सैन्यकर्मियों को किसी सोशल मीडिया ग्रुप का हिस्सा बनने की इजाजत नहीं थी। जब सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल के कई मामले सामने आए तो सेना ने 2020 में नियम को और कड़ा कर दिया और सैन्यकर्मियों को 89 मोबाइल ऐप डिलीट करने के निर्देश दिए। हालांकि, सख्त नियमों के बावजूद सेना ने कुछ प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक , यूट्यूब, एक्स, लिंक्डइन,टेलीग्राम और व्हाट्सऐप के इस्तेमाल की अनुमति दे रखी है, लेकिन सख्त नियमों और निगरानी के साथ।

साभार : नवभारत टाइम्स

‘गांधी जी की राजनीतिक यात्रा के कुछ पन्ने’ पुस्तक के बारे में जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें :

https://matribhumisamachar.com/2025/12/10/86283/

आप इस ई-बुक को पढ़ने के लिए निम्न लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं:

https://www.amazon.in/dp/B0FTMKHGV6

यह भी पढ़ें : 1857 का स्वातंत्र्य समर : कारण से परिणाम तक

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ प्रदान किए

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (26 दिसंबर, 2025) नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह …