क्वेटा. बलूचिस्तान के मस्तुंग जिले में आज यानी 29 मार्च को बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी) की रैली में एक धमाका हुआ, जिसमें कम से कम 6 लोग जख्मी हो गए. यह रैली पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ विरोध के लिए आयोजित की गई थी. पार्टी का कहना है कि यह हमला उनके आंदोलन को दबाने की कोशिश थी. बीएनपी प्रमुख अख्तार मेंगल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह हमला उनके शांतिपूर्ण विरोध को नाकाम करने की नाकाम कोशिश है. उन्होंने बताया कि वह और उनके साथी सुरक्षित हैं. धमाके के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.
किस संगठन ने ली हमले की जिम्मेदारी
चश्मदीदों के मुताबिक, हमलावर दो लोग मोटरसाइकिल पर आए थे. अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. इस हमले के अलावा बीएनपी के 250 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया. ये कार्यकर्ता बलूच यकजेहती समिति (BYC) के नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ क्वेटा की ओर शांतिपूर्ण मार्च कर रहे थे. हाल ही में महरंग बलूच और सम्मी दीन बलूच समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है.
बीएनपी ने की सरकार की निंदा
बीएनपी ने संघीय सरकार की निंदा करते हुए कहा कि सरकार मार्च को रोकने के लिए जबरदस्ती कर रही है. सड़कों पर कंटेनर लगाकर रास्ते बंद कर दिए गए ताकि कार्यकर्ता क्वेटा न पहुंच सकें. अख्तार मेंगल ने कहा कि सरकार इन तरीकों से बलूच लोगों की आवाज को नहीं दबा सकती.
पाकिस्तान का सबसे अशांत राज्य
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सबसे अशांत राज्य बलूचिस्तान में लगभग हर दिन आतंकवादी घटनाएं होती रहती हैं और यहां पाकिस्तानी सैनिकों का काफी दबदबा है. पाकिस्तानी सैनिक लगभग हर दिन बलूचियों को गिरफ्तार करते हैं और उन बलूचियों का कोई अता-पता नहीं है. इसको लेकर बलूचियों द्वारा हर दिन विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
साभार : जी न्यूज
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