लखनऊ. उत्तर प्रदेश के बस्ती में 17 साल की एक अविवाहित किशोरी के प्रसव का मामला सामने आया है। किशोरी को बहला-फुसलाकर उससे संबंध बनाने का प्रथमदृष्टया में बात सामने आ रही है। इस मामले में लड़की के गांव के ही एक मौलवी से पुलिस ने पूछताछ की।फिलहाल चाइल्ड लाइन को सूचना दे दी गई है।
ये मामला कलवारी थाना क्षेत्र के एक गांव का है। एक किशोरी को शनिवार को जिला अस्पताल ले गए। परिजनों ने पेट दर्द बताया लेकिन डॉक्टरों ने यह कहते हुए किशोरी को महिला अस्पताल भेज दिया कि वह गर्भवती है। देर रात में ही किशोरी ने एक बच्ची को जन्म दिया। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। अस्पताल के रिकॉर्ड में प्रसूता की उम्र 17 साल, अविवाहित दर्ज है। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने मामले को संदिग्ध मानते हुए तत्काल कोतवाली पुलिस को मेमो भेजा। रविवार सुबह कोतवाली पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर डॉ. रंजू कन्नौजिया व मैट्रन मीरा शुक्ला से जानकारी ली और प्रसूता की मां से गहनता से पूछताछ की।
पता चला कि दुबौलिया थाना क्षेत्र के एक गांव का मौलवी प्रसूता के गांव रहकर एक मदरसे में पढ़ाता था। मां के अनुसार दुआ आदि के लिए मौलवी घर आता था। उसकी नाबालिग से नजदियां बढ़ गईं। बेटी कैसे गर्भवती हो गई, यह नहीं पता चल सका। पुलिस ने मौलवी से भी पूछताछ की है। परिजन किशोरी को ले जाने को तैयार नहीं थे। इस दशा में अस्पताल प्रबंधन ने चाइल्ड लाइन को भी अग्रिम कार्रवाई के लिए सूचित किया है। कोतवाली पुलिस ने प्रारंभिक रिपोर्ट बनाकर कलवारी पुलिस को भेज दी है। प्रसूता की मां के अनुसार वह कार्रवाई के लिए पुलिस को तहरीर देगी।
निकाह के लिए पहले राजी हुआ मौलवी, फिर मुकरा
किशोरी के प्रसव के दौरान उसके गांव में रहने वाला एक मौलवी अस्पताल में मौजूद रहा। परिजनों के दबाव पर पहले तो वह प्रसूता से निकाह कर साथ रखने के लिए राजी हुआ, लेकिन बाद में पुलिस के सामने मुकर गया। बोला, कि बच्चा उसका नहीं है। इसकी जांच कराई जा सकती है।
साभार : हिंदुस्तान
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