इस्लामाबाद. पाकिस्तान के कराची स्थिति गैंगस्टर हाजी सलीम अंडरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़ा हुआ है और बड़े पैमाने पर तस्करी के जरिए श्रीलंका और भारत में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) की गतिविधियों में नई जान डालने की कोशिश कर रहा है. इस बात का खुलासा भारतीय एजेंसियों के माध्यम से हुआ है.
इस घटनाक्रम से परिचित लोगों ने कहा है कि हाजी सलीम ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग के जरिए वो लिट्टे को पुनर्जीवित करने फिराक में है. सलीम पाकिस्तान की आईएसआई और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ काम करता है और भारत, मालदीव, श्रीलंका और कुछ मध्य-पूर्व देशों में तस्करी की देखरेख भी करता है.
हाजी सलीम और दाऊद के बीच संबंध
इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पाकिस्तान और हिंद महासागर में करोड़ों डॉलर के ड्रग्स नेटवर्क के पीछे का दिमाग माने जाने वाले सलीम को कराची में दाऊद के क्लिफ्टन रोड वाले घर पर अक्सर देखा गया है. साथ ही संदेह है कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के सक्रिय समर्थन से, वे दोनों तस्करी के लिए एक-दूसरे के संसाधनों का उपयोग करते हैं.
नेटवर्क तोड़ने में लगीं भारतीय एजेंसियां
वहीं, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राजस्व और खुफिया निदेशालय (डीआरआई) सहित एजेंसियां पूरे आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने के लिए सलीम के साथ-साथ इब्राहिम की डी-कंपनी के भारतीय संपर्कों की पहचान करने पर काम कर रही हैं. पिछले महीने एनसीबी और नौसेना ने एक संयुक्त अभियान में हिंद महासागर में एक तथाकथित मदर शिप को रोककर 12,000 करोड़ रुपये की कीमत की 2,500 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की थी. इस खेंप को बलूचिस्तान प्रांत में मकरान तट से भेजा गया था.
इसके अलावा, पिछले हफ्ते, भारत में लिट्टे के पुनरुद्धार से संबंधित जांच में 13 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करते हुए एनआईए ने कहा कि श्रीलंकाई ड्रग माफिया के सदस्य सलीम से ड्रग्स की सोर्सिंग कर रहे थे. इसमें कहा गया, “आरोपी ने गुप्त व्यापार को अंजाम देने के लिए विभिन्न विदेशी व्हाट्सएप नंबरों का इस्तेमाल किया.”
साभार : एबीपी न्यूज़
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