पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर चर्चा में हैं। पटना में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में उन्होंने एक ठेकेदार के पैर छूने की कोशिश की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पथ निर्माण विभाग के एक कार्यक्रम में गंगा पथ के एक हिस्से का उद्घाटन कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने राघोपुर पुल के निर्माण कार्य में देरी की बात सुनकर नाराजगी जताई। इसके बाद उन्होंने जो किया, उसे देख सभी लोग भौचक्का रह गए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पटना में आयोजित गंगा पथ के गायघाट से कंगन घाट तक के हिस्से के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से राघोपुर पुल के निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में पूछताछ की। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि अक्टूबर तक पुल का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि से पूछा कि क्या काम समय पर पूरा हो जाएगा? प्रतिनिधि ने आश्वासन दिया कि अक्टूबर तक पुल का काम पूरा कर दिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने बताया कि राघोपुर की तरफ सड़क का काम जून 2025 तक पूरा हो पाएगा।
मुख्यमंत्री इस बात से नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों… अगर आप काम पूरा नहीं करेंगे तो सिर्फ पुल तैयार करने से क्या फायदा होगा, राघोपुर तो जुड़ेगा ही नहीं। आप जल्द से जल्द काम करिए। आपको क्या दिक्कत है.. बताइये न, हम सारी दिक्कत को दूर करेंगे। पैसे की दिक्कत है तो बताइये, सारी समस्या का समाधान होगा।
कहिए तो हम आपका पैर छू लेते हैं…
मुख्यमंत्री के इस तरह से सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताने के बाद अधिकारी सकते में आ गए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर कंपनी के प्रतिनिधि से कहा कि कहिए तो हम आपका पैर छू लेते हैं। मुख्यमंत्री के पैर छूने की बात सुनकर ठेकेदार कंपनी का प्रतिनिधि पीछे हट गया और कहा कि नहीं… नहीं सर, ऐसा मत करिए।
गांधी मैदान में भी अधिकारी के सामने जोड़ लिए थे हाथ
हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है कि जब नीतीश कुमार ने किसी अधिकारी या ठेकेदार के पैर छूने की कोशिश की हो। इससे पहले गांधी मैदान में भी उन्होंने एक अधिकारी के सामने हाथ जोड़ लिए थे, जिसका वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था।
साभार : नवभारत टाइम्स
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं