शनिवार, नवंबर 23 2024 | 08:05:59 AM
Breaking News
Home / राज्य / उत्तरप्रदेश / मुहर्रम के जुलूस के दौरान लगे नारे, ‘हिंदुस्तान में रहना है, या हुसैन कहना है’

मुहर्रम के जुलूस के दौरान लगे नारे, ‘हिंदुस्तान में रहना है, या हुसैन कहना है’

Follow us on:

लखनऊ. यूपी के अमेठी में मुहर्रम के जुलूस में युवकों द्वारा लगाए गए भड़काऊ नारे से हड़कंप मचा है.  जुलूस के दौरान युवकों ने “हिंदुस्तान में रहना है, या हुसैन कहना है” के नारे लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो वायरल होने के बाद मुसाफिरखाना कोतवाली पुलिस जांच में जुटी है. पुलिस कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं अमेठी पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने कहा मुसाफिरखाना कोतवाली में संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है. रविवार देर शाम मुसाफिरखाना कस्बे में निकला था मोहर्रम का जुलूस.

अमेठी जिले के मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के कस्बे में देर शाम मोहर्रम जुलूस के दौरान कुछ युवकों द्वारा विवादित नारा लगाने का मामला सामने आया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो चर्चा विषय बन गया. वायरल वीडियो मुहर्रम के जुलूस का बताया जा रहा है, जिसमें कुछ युवक हिंदुस्तान में रहना है, या हुसैन कहना है, का नारा लगाते हुए सुने जा रहे हैं. वीडियो मुसाफिरखाना का बताया जा रहा है. अमेठी पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल व कार्रवाई शुरू कर दी है.

कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया

बताया जा रहा है कि मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र में रविवार देर शाम मुहर्रम का जुलूस निकाला जा रहा था, जिसमें युवकों के झुंड में शामिल लोग नारे लगाने शुरू कर दिए. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो मुसाफिरखाना कोतवाली के पास का है. हालांकि न्यूज़18 इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता. वहीं पूरे मामले पर अमेठी पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने कहा वायरल वीडियो संज्ञान में आया है वीडियो में दिख रहे युवकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. संबंधित के खिलाफ मुसाफिरखाना कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है. पूरे मामले पर विधिक कार्रवाई की जा रही है.

संत समाज भी नाराज

वहीं वीडियो वायरल होने के बाद अमेठी का संत समाज भी नाराज हो रहा है. सागरा आश्रम पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने वायरल वीडियो पर आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री व पुलिस अधीक्षक से मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है और कहां है कि ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो जिससे भविष्य में इस तरह का माहौल न बन पाए.

साभार : न्यूज18

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

ओवैसी के उ.प्र. प्रमुख शौकत अली ने कांवड़ियों को बताया नशेड़ी और हुड़दंगी

लखनऊ. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के यूपी चीफ ने कांवड़ियों को ‘हुड़दंगी’ करार दिया …