नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए मादक पदार्थों की अपने इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी खेप बरामद की है। दिल्ली पुलिस ने एक अंतरर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर चार मादक पदार्थ तस्कर तुषार गोयल, भरत कुमार जैन, औरंगजेब सिद्दीकी और हिमांशु कुमार को गिरफ्तार किया है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि तुषार दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में आरटीआई सेल का हेड रहा है। भाजपा प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने देश को बर्बाद करने में शामिल ड्रग डीलरों के साथ कथित संबंधों के लिए कांग्रेस की आलोचना की और मुख्य विपक्षी दल से स्पष्टीकरण मांगा।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘कल दिल्ली में 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई। यह मात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि यूपीए सरकार (2006-2013) के दौरान पूरे भारत में केवल 768 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई थी। 2014-2022 तक भाजपा सरकार ने 22,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की है। ड्रग सिंडिकेट का मुख्य आरोपी और किंगपिन तुषार गोयल भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई सेल का प्रमुख रहा है। कांग्रेस पार्टी का उसके (तुषार गोयल) साथ क्या संबंध है? क्या यह पैसा कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनावों में इस्तेमाल किया जा रहा था? क्या कांग्रेस के कुछ नेताओं का ड्रग तस्करों से कोई समझौता है? कांग्रेस खासकर हुड्डा परिवार को जवाब देना चाहिए कि आपका तुषार गोयल से क्या संबंध है?’
जानकारी के मुताबिक, तुषार गोयल एक नामी प्रकाशन हाउस चलाने वाले व्यवसायी का बेटा है। पुलिस ने उसके दिल्ली के महिपालपुर स्थित गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन और थाईलैंड का 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद की है। मादक पदार्थों की ये खेप विदेश से महाराष्ट्र के किसी बंदरगाह पर आई है। अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में बरामद मदाक पदार्थों की इस खेप की कीमत 2000 से 5000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
स्पेशल सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाह ने बताया कि तीन महीने की कड़ी जांच व भागदौड़ के बाद मादक पदार्थ सप्लाई करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। उन्होंने बताया कि एसीपी कैलाश सिंह बिष्ट की देखरेख में जांच रही इंस्पेक्टर राहुल कुमार व विनीत कुमार तेवतिया की टीम को 1 अक्टूबर को दिल्ली के महिपालपुर में एक आरोपी तुषार गोयल के गोदाम में ड्रग्स की एक बड़ी खेप आने के बारे में एक विशेष सूचना मिली। पुलिस टीम ने यहां छापेमारी कर गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन और थाईलैंड का 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त की और गोदाम मालिक तुषार गोयल को गिरफ्तार कर लिया।
तुषार गोयल इस गिरोह के लिए भारत में मादक पदार्थों का मुख्य रिसीवर और वितरक है। तुषार गोयल के मुख्य सहयोगी हिमांशु और औरंगजेब सिद्दीकी हैं। भारत कुमार जैन तुषार गोयल से 15 किलोग्राम कोकीन की खेप लेने मुंबई से दिल्ली आया था। अब तक की जांच में ये बात सामने आई है कि इस ड्रग गिरोह का मुख्य सरगना मध्य-पूर्व के किसी देश से काम कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद कोकीन की कीमत लगभग 10 करोड़ प्रति किलोग्राम और हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की कीमत 50 लाख प्रति किलोग्राम है।
बरामद सामान
लगभग 562 किलोग्राम कोकीन,करीब 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना (पुखेत थाईलैंड से आया), कई मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किया गया है।
अगस्त महीने में मिला था इनपुट
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाह ने बताया कि अगस्त 2024 के पहले सप्ताह में, केंद्र सरकार की एक खुफिया एजेंसी से दिल्ली में विदेश से नारकोटिक्स पदार्थ कोकीन की तस्करी में शामिल एक अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक गिरोह केे बारे में एक इनपुट प्राप्त हुआ था। इंस्पेक्टर राहुल कुमार व विनीत कुमार तेवतिया की टीम ने तीन महीने तक लगातार काम किया। इसके बाद पुलिस को सफलता मिल गई।
गिरफ्तार आरोपी तुषार गोयल
तुषार गोयल(40) 2003 में आईपी यूनिवर्सिटी, दिल्ली से स्नातक की उपाधि ले रखी है। उनके पिता दिल्ली में तुषार पब्लिकेशन और ट्यूलिप पब्लिकेशन नामक दो प्रकाशन चलाते हैं । पढ़ाई के बाद आरोपी ने अपने पिता के प्रकाशन व्यवसाय को भी संभाला। 2008 में शादी के बाद उसने देह व्यापार का काम शुरू कर दिया और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने लगा। इसी बीच वह दुबई में गिरोह के के मास्टरमाइंड के संपर्क में आया और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले इस अंतरर्राष्ट्रीय गिरोह में शामिल हो गया।
हिमांशु कुमार
हिमांशु कुमार(27) ने दिल्ली से 12वीं तक की पढ़ाई की है। पढ़ाई छोडऩे के बाद वह जिम में शामिल हो गया और रोजाना अलग-अलग लोगों के लिए बाउंसर और सुरक्षाकर्मी के तौर पर काम करने लगा। बाद में वह तुषार गोयल के संपर्क में आया और उसके गिरोह में शामिल हो गया।
औरंगजेब सिद्दीकी
गांव छोटी रार, देवरिया, उत्तर प्रदेश निवासी औरंगजेब (23) ने देवरिया से 11वीं तक की पढ़ाई की है। वह नौकरी की तलाश में दिल्ली आया और तुषार के घर ड्राइवर का काम करने लगा। बाद में वह तुषार के ड्रग गिरोह में शामिल हो गया।
भरत कुमार जैन
कसुत्री बाई परमार चॉल न्यू मिल रोड श्री कृष्ण चौक कुर्ला पश्चिम मुंबई निवासी भरत(48) ने मुंबई में पढ़ाई की है। बाद में वह मुंबई के एक ड्रग डीलर के संपर्क में आया और ड्रग गिरोह में शामिल हो गया। वह खेप लेने दिल्ली आया था, तभी दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
साभार : अमर उजाला
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