कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की पत्नी रुजिरा बनर्जी (Rujira Banerjee) को कोलकाता एयरपोर्ट पर रोक लिया गया। बताया जा रहा है कि रुजिरा बनर्जी कोलकाता से दुबई के लिए फ्लाइट पकड़ने वाली थीं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो दिन बाद रुजिरा को पूछताछ के लिए समन (ED Notice Rujira Banerjee) दिया है। ऐसे में रुजिरा को कोलकाता एयरपोर्ट पर रोके जाने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक रुजिरा के खिलाफ लुकआउट नोटिस है, इसी वजह से उन्हें कोलकाता एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने रोका है। कोलकाता एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने रुजिरा को रोकते हुए कहा कि वह विदेश यात्रा नहीं कर सकती हैं।
दो दिन बाद ईडी पूछताछ का समन
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक की पत्नी रुजिरा ईडी के रेडार पर हैं। कथित कोयला तस्करी के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के संबंध में ईडी उनके खिलाफ छानबीन कर रही है। रुजिरा को ईडी ने 8 जून का समन भेजा है। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और डायमंड हार्बर से लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी से इस मामले में कई बार पूछताछ हो चुकी है। रुजिरा बनर्जी को भी पूछताछ के लिए ईडी का समन मिला है। पिछले साल सितंबर में इसी मामले को लेकर अभिषेक से ईडी अफसरों ने करीब आठ घंटे तक सवाल-जवाब किए थे।
किस मामले में ईडी का शिकंजा
27 नवंबर 2021 को सीबीआई की कोलकाता एंटी करप्शन ब्रांच ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया। ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड सार्वजनिक उपक्रम की कंपनी है, जो कोल इंडिया लिमिटेड के स्वामित्व की है। यह पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला खनन करती है।
1352 करोड़ का कोयला तस्करी घोटाला
मामला तब सामने आया जब मई से अगस्त 2021 के बीच सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने जांच में पाया कि ईसीएल के पट्टे पर अवैध रूप से खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। जांच टीम ने मौके से कई खनन मशीन और कोयला जब्त किया।घोटाले का पूरा खेल बंगाल के आसनसोल से लेकर पुरुलिया और बाकुंडा तक और झारखंड में धनबाद से लेकर रामगढ़ तक फैला है। इन क्षेत्रों में कई ऐसी खदाने हैं जो बंद हैं, लेकिन वहां माफिया अब भी खनन कर रहे हैं। नवंबर 2020 में सीबीआई ने इसी मामले को लेकर ईसीएल और सीआईएसएफ के अधिकारियों पर केस दर्ज किया। सीबीआई के मुताबिक अनूप मांझी इस पूरे घोटाले का सरगना है। इसके अलावा ईसीएल के महाप्रबंधक अमित धर और जयेश चंद्र राय सहित कोई लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। कुल घोटाला 1,352 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है।
अभिषेक और रुजिरा कैसे घिरे?
सीबीआई ने 28 नवंबर 2021 को बंगाल में ताबड़तोड़ 45 जगहों पर छापेमारी की। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा के ठिकानों पर भी छापे मारे गए। इसके बाद कुछ गवाहों ने रुजिरा की फर्म लीप्स एंड बाउंड्स मैनेजमेंट सर्विस एलएलपी का नाम लिया। अभिषेक बनर्जी ने 2010 में अपनी मां लता के नाम पर इस फर्म को शुरू किया था। कंपनी का रिजस्ट्रेशन 4 मई 2011 को हुआ था। 19 अप्रैल 2012 को अभिषेक ने एक कंपनी लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड शुरू की। तीसरी कंपनी 2017 में शुरू हुई थी, जिसमें उनके साथ उनके पिता अमित भी पार्टनर थे।
सीपीएम ने 2013 में आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी की मदद से अभिषेक बनर्जी ने अपनी फर्म का इस्तेमाल पोंजी योजनाओं (चिट ऐंड फंड) के लिए किया। सीपीएम ने आरोप लगाया कि दो साल में अभिषेक बनर्जी की फर्म का कारोबार 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।आरोपों के तुरंत बाद अभिषेक ने निदेशक पद को छोड़ दिया था। सीबीआई रुजिरा से कोयला घोटाले के इस केस में पूछताछ कर चुकी है। रुजिरा बनर्जी का नाम इस मामले में उस वक्त आया, जब सीबीआई की टीम ने टीएमसी नेता विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी की। बाद में सुवेंदु अधिकारी ने रुजिरा का नाम लिया था। इसके बाद सीबीआई ने रुजिरा को नोटिस जारी किया था।
साभार : नवभारत टाइम्स
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