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एआईआईए ने एकीकृत समग्र स्वास्थ्य पर सी20 के कार्य समूह के लिए वाकथ्रू का आयोजन किया

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नई दिल्ली (मा.स.स.). आयुष मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने “एकीकृत समग्र स्वास्थ्य पर सी20 के कार्य समूह” के लिए एक वाकथ्रू का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक प्रतिनिधियों के एक बड़े समूह ने भाग लिया और संस्थान ने यह दर्शाया कि स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में कैसे एक एकीकृत दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है। जी-20 फोरम के आठ आधिकारिक कार्य समूहों में से सी-20 एक है। इसके 19 देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका हैं, जो सी20 समूह बनाते हैं। सी20 इंडिया 2023, जी20 के आधिकारिक एंगेजमेंट ग्रुप्स में से एक है जो जी20 में विश्व नेताओं के लिए लोगों की आकांक्षाओं को आवाज देने के लिए दुनिया भर में सिविल सोसाइटी ऑर्गनाइजेशन (सीएसओ) के लिए एक मंच प्रदान करता है।

संयुक्त राष्ट्र की असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल और यूएन वुमन (संसाधन प्रबंधन, स्थिरता और भागीदारी और लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र इकाई) की डिप्टी एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. अनीता भाटिया, माता अमृतानंदमयी मठ के उपाध्यक्ष और अमृता विश्व विद्यापीठम (अमृता विश्वविद्यालय) के अध्यक्ष स्वामी अमृतस्वरूपानंद पुरी, आयुष मंत्रालय के सलाहकार (आयुर्वेद) डॉ. मनोज नेसारी, अर्जेंटीना के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री, सेंटर फॉर इंप्लीमेंटेशन एंड इन्नोवेशन इन हेल्थ पॉलिसी के डायरेक्टर डॉ. अडोल्फो रुबिनस्टीन, इंस्टीट्यूट ऑफ क्लिनिकल इफेक्टिवनेस एंड हेल्थ पॉलिसी (आईईसीएस) के संस्थापक और महानिदेशक और अन्य लोग एआईआईए का दौरा करने वाले निधियों में शामिल थे। संस्थान ने एक वॉकथ्रू का आयोजन किया, जहां प्रतिनिधियों को अस्पताल ले जाया गया और इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे मानवता की भलाई के लिए स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में एक एकीकृत दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है।

एआईआईए ने आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग और समन्वय के लिए अमृता विश्व विद्यापीठम विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं। अमृता विश्व विद्यापीठम एक मल्टी-केंपस, बहु-विषयी अनुसंधान अकादमिक विश्वविद्यालय है, जिसे बाद में अमृता कहा जाएगा। आयुष मंत्रालय के एआईआईए की निदेशक प्रो. तनुजा नेसारी और अमृता विश्व विद्यापीठम के कोच्चि परिसर के चिकित्सा विज्ञान विभाग के प्रोवोस्ट प्रेम कुमार वासुदेवन नायर द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एआईआईए ने पहले ही यूरोपियन एकेडमी ऑफ आयुर्वेद, बर्नस्टीन, जर्मनी, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया, ग्राज मेडिकल यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रिया, कॉलेज ऑफ मेडिकल, यूके, और रियो डी जनेरियो, ब्राजील के फेडरल यूनिवर्सिटी लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन, यूके के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) प्रो. तनुजा नेसारी ने कहा, “हम एआईआईए में सी20 प्रतिनिधियों की मेजबानी करके प्रसन्नता का अनुभव करते हैं, जो आयुष मंत्रालय के तहत एक तृतीयक देखभाल प्रणाली है। हम आयुर्वेद में एकीकरण और समग्र स्वास्थ्य सेवा के मॉडल के रूप में संस्थान को प्रदर्शित करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। सभी के लिए स्वास्थ्य और समग्र भलाई के दृष्टिकोण को साकार करने में हमारी मदद करने के लिए, आयुष प्रणाली की ताकत को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवा में एकीकृत किया जाना चाहिए।” संयुक्त राष्ट्र की असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल और यूएन वुमन की डिप्टी एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. अनीता भाटिया ने कहा, “एआईआईए में आप सभी के साथ जुड़ना मेरे लिए खुशी की बात है। आयुर्वेद का विज्ञान विश्व को भारत की देन है- यह भारत का ज्ञान, विद्या, परंपरा और संस्कृति है। सी20 के माध्यम से, आधुनिक चिकित्सा के साथ आयुर्वेद के एकीकरण के माध्यम से फिर से समग्र उपचार की ओर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। यह एक अभिनव दृष्टिकोण है और इससे सभी को लाभ होगा।”

एआईआईए ने संयुक्त राष्ट्र की असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल और यूएन वुमन की डिप्टी एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. अनीता भाटिया के हाथों मिलेट कैलेंडर लॉन्च किया। इस अवसर पर एआईआईए ने स्वामीजी अमृतस्वरूपानंद पुरी का आशीर्वाद प्राप्त किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद अतिथियों को पथ्य आहार परोसा गया।

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