नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना 100 मेड-इन-इंडिया LCA मार्क 1A फाइटर जेट खरीदेगी। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अपने स्पेन दौरे में इसकी घोषणा की। LCA मार्क-1A, तेजस एयरक्राफ्ट का एडवांस वर्जन है। इसमें अपग्रेडेड एवियॉनिक्स और रडार सिस्टम लगे हैं। एयरफोर्स इससे पहले भी 83 LCA मार्क-1A एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दे चुकी है। भारतीय वायुसेना का इन एयरक्राफ्ट को खरीदने का मकसद पुराने मिग-21 को रिटायर करना है। डील के लिए आधिकारिक प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय और नेशनल सिक्योरिटी स्टेकहोल्डर्स को भेजा जा चुका है।
रिव्यू मीटिंग के बाद लिया गया फैसला
100 और LCA मार्क 1A फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदने का फैसला वायुसेना प्रमुख की अध्यक्षता में एक रिव्यू मीटिंग के बाद लिया गया। इस मीटिंग में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के अधिकारी भी शामिल थे। HAL ही इन फाइटर जेट को बनाकर डिलीवर करेगी। इस डील के पूरे होने के बाद भारत के पास अगले 15 सालों में 40 LCA तेजस, 180 से ज्यादा LCA मार्क-1A और कम से कम 120 LCA मार्क-2 एयरक्राफ्ट होने की उम्मीद है।
भारत में बने हैं LCA मार्क-1A के 65% से ज्यादा इक्विपमेंट्स
इसके पहले भारत ने 83 LCA मार्क-1A एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दिया था, जिनकी डिलीवरी फरवरी 2024 में हो सकती है। LCA मार्क-1A के 65% से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं। इसे एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है।
C-295 ट्रांसपोर्ट प्लेन लेने स्पेन गए हैं वायुसेना प्रमुख
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी C-295 ट्रांसपोर्ट प्लेन लेने स्पेन गए हैं। यहां उन्होंने 13 सितंबर को पहला C-295 ट्रांसपोर्ट प्लेन रिसीव किया। यह एयरक्राफ्ट पिछले तीन दशकों से सेवा में लगे ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एवरो-748 को रिप्लेस करने के लिए लाया जा रहा है। इस एयरक्राफ्ट को 25 सितंबर को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा। इसके बाद यह आगरा एयरबेस पर तैनात होगा। सूत्रों के मुताबिक, आगरा में C-295 एयरक्राफ्ट को चलाने की ट्रेनिंग देने के लिए ट्रेनिंग सेंटर भी अगले साल तक तैयार हो जाएगा।
मिग सीरीज के 500 से ज्यादा फाइटर जेट क्रैश हो चुके
1963 के बाद से इंडियन एयरफोर्स को अलग-अलग सीरीज के 872 मिग फाइटर प्लेन मिल चुके हैं। इनमें से करीब 500 फाइटर जेट क्रैश हो चुके हैं। इन हादसों में 200 से ज्यादा पायलट और 56 आम लोगों को जान गंवानी पड़ी। सबसे ज्यादा हादसे मिग-21 के साथ हुए हैं, इसलिए ये उड़ता ताबूत और विडो मेकर के नाम से भी बदनाम है। अब एयरफोर्स मिग सीरीज के एयरक्राफ्ट्स को लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट से रिप्लेस करेगी।
साभार : दैनिक भास्कर
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