अंकारा. इजरायल के हमलों में तबाह हो चुके गाजा शहर को फिर से बनाने में तुर्की ने मदद का ऐलान किया है। तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा है कि युद्ध रुकने पर हम गाजा में क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, पानी, बिजली, अस्पतालों और स्कूलों के पुनर्निर्माण के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे। शनिवार को अपनी जर्मनी यात्रा से लौटने के बाद मीडिया से अपनी बातचीत में एर्दोगन ने कहा कि इजरायल ने गाजा पट्टी को बर्बाद कर दिया है। इजरायल की ओर से किए गए विनाश की भरपाई के लिए जो भी आवश्यक होगा, वो हम करेंगे।
एर्दोगन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से हाल ही में पूछा था कि इजराइयल के पास परमाणु हथियार हैं या नहीं। उन्होंने इस बात को एक बार दोहराते हुए कहा, तुर्की फिर से इजरयल के परमाणु बमों की जांच का आह्वान कर रहा है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, इसराइल के परमाणु हथियारों का बिना किसी संदेह के निरीक्षण किया जाना चाहिए।
बंधकों के परिजनों ने भेजा है खत
एर्दोगन ने यह भी कहा कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायल के लोगों के परिवारों ने उन्हें एक पत्र भेजा था। इस पत्र में अनुरोध किया गया था कि वह बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करें। एर्दोगन ने इससे पहले जर्मनी यात्रा के दौरान इजरायल पर हमला बोलते हुए कहा था कि आप गाजा में लगातार हवाई और जमीनी हमले करके मानवता के खिलाफ अपराध कर रहे हैं। बच्चों और अस्पतालों पर बम गिराने का यहूदियों की पवित्र पुस्तक तौरात में कोई स्थान नहीं है। तौरात में इसकी कहीं भी इजाजत नहीं है कि बच्चों को मार दिया जाए।
तुर्की के राष्ट्रपति ने ये भी कहा है वह हमास को आतंकवादी संगठन नहीं मानते हैं। वह हमास को ऐसे लड़कों का ग्रुप मानते हैं, जो अपनी जमीन और लोगों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है। इजरायल की सैन्य कार्रवाई का समर्थन करने के लिए पश्चिम के देशों की भी एर्दोगन ने जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि जो देश आम लोगों पर बम बरसा रहे इजरायल का समर्थन कर रहे हैं, वह भी इस अपराध में बराबर के साझीदार हैं।
साभार : नवभारत टाइम्स
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