मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अजित पवार को पार्टी नेता माना है. शुक्रवार (25 अगस्त) को बारामती में सीनियर पवार ने कहा, ‘इसमें कोई मतभेद नहीं है कि वह (अजित पवार) हमारे नेता हैं, एनसीपी में कोई टूट नहीं है.’ शरद पवार ने आगे कहा कि किसी पार्टी में फूट कैसे पड़ती है? ऐसा तब होता है जब राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा समूह पार्टी से अलग हो जाता है. लेकिन आज एनसीपी में ऐसी कोई स्थिति नहीं है. हां, कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया लेकिन इसे फूट नहीं कहा जा सकता. वे लोकतंत्र में ऐसा कर सकते हैं.
सुप्रिया सुले ने भी दिया था बयान
शरद पवार के बयान से एक दिन पहले ही एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने भी पार्टी में टूट की बात से इनकार किया था. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, गुरुवार (24 अगस्त) को सुप्रिया सुले ने कहा था कि पार्टी में कोई टूट नहीं हुई है और बीजेपी केवल कुछ विधायकों को सत्ताधारी गठबंधन की तरफ लाने में सफल हुई है.
अजित पवार के नेतृत्व में हुई थी बगावत
बीते जुलाई महीने में अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी में बड़ी बगावत हुई थी, जब पार्टी का एक धड़ा महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार में शामिल हो गया था. अजित पवार समेत पार्टी के 9 विधायक शिंदे कैबिनेट का हिस्सा बन गए थे. अजित पवार को उपमुख्यमंत्री का पद मिला था.
अजित पवार के साथ सरकार में शामिल होने वालों में छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, धर्मराव अत्राम, संजय बनसोड़े, अदिति तटकरे और हसन मुश्रीफ थे. इनमें भुजबल, धनंजय मुंडे, हसन मुश्रीफ जैसे लोग तो शरद पवार के बेहद करीबी माने जाते थे. इसके साथ ही एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी अजित पवार धड़े के साथ चले गए थे. पटेल को जून में ही पार्टी के स्थापना दिवस पर शरद पवार ने सुप्रिया सुले के साथ कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था.
साभार : एबीपी न्यूज़
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