मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान संविधान को लेकर लगाए गए आरोपों पर भाजपा ने राहुल गांधी की चुनाव आयोग से शिकायत की है। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को बताया है कि राहुल गांधी महाराष्ट्र चुनाव में झूठ बोल रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। छह नवंबर को भी उन्होंने झूठ बोला है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने राज्यों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास किया। उन्होंने संविधान की धज्जियां उड़ाईं और झूठ बोला कि भाजपा संविधान को नष्ट करने वाली है। यह झूठ है। हमने आयोग से कहा है कि इसे रोका जाना चाहिए। हमने आयोग को यह भी बताया कि राहुल गांधी ऐसा करने के आदी हैं और चेतावनी और नोटिस के बाद भी वे ऐसा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मेघवाल ने कहा कि हमने राहुल गांधी के खिलाफ बीएनएस की धारा 353 के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
राहुल गांधी ने यह कहा था
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने छह नवंबर को नागपुर में कहा था कि जब राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा के लोग संविधान पर हमला करते हैं, तो वे सिर्फ इस किताब पर हमला नहीं कर रहे होते, वे भारत की आवाज पर हमला कर रहे होते हैं। हमारे संस्थान संविधान से बने हैं। अगर संविधान नहीं होगा, तो कोई चुनाव आयोग नहीं होगा। आरएसएस इस पर सीधे हमला नहीं कर सकता। अगर वे इसके खिलाफ आगे आकर लड़ेंगे, तो वे 5 मिनट में हार जाएंगे। ‘विकास’, ‘प्रगति’ और ‘अर्थव्यवस्था’, वे इन शब्दों के पीछे छिपकर हमला करने आते हैं।
महाराष्ट्र में एमवीए बनाम महायुति
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) से मिलकर बना विपक्षी एमवीए गठबंधन राज्य में सत्ता हासिल करना चाहता है, जो महायुति गठबंधन को चुनौती देता है, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं।
साभार : अमर उजाला
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