लखनऊ. उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से जुड़ी बड़ी खबर आई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका अपना दल कमेरावादी के साथ गठबंधन टूट गया है। पिछले दिनों राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव के बीच तल्खी सामने आई थी। एक दिन पहले ही पल्लवी पटेल ने मिर्जापुर, फूलपुर और कौशांबी लोकसभा सीटों पर दावा ठोका था। इसके बाद शाम को सपा ने मिर्जापुर से अपना कैंडिडेट घोषित कर दिया था। तभी से ये चर्चा तेज हो गई थी कि सपा और अपना दल कमेरावादी का गठबंधन टूट गया है।
गुरुवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा- ‘2022 में अपना दल (कमेरावादी) से हमारा गठबंधन था जो अब टूट गया है। हमारे साथ असली लोकदल है।’ इससे पहले 20 मार्च को पल्लवी पटेल की पार्टी की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर तीन लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की गई थी। तब ही राजनीतिक हलकों में इस गठबंधन के टूटने की चर्चा तेज हो गई थी। पल्लवी पटेल ने कहा था कि हमने अपना निर्णय I.N.D.I.A. गठबंधन के सामने रख दिया। हमें फूलपुर, कौशांबी और मिर्जापुर की सीटें चाहिए।
पल्लवी ने सिर्फ रामजी लाल सुमन को दिया था वोट
राज्यसभा चुनावों के दौरान अखिलेश यादव के टिकट बंटवारे से नाराज होकर पल्लवी पटेल ने सपा के सिर्फ एक प्रत्याशी रामजी लाल सुमन को पीडीए के नाम पर वोट दिया था। उन्होंने पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक राजनीति से हटने पर अखिलेश यादव को घेरा था। गौरतलब है कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों में सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें दी हैं। बाकी पर वह अपने प्रत्याशी उतार रही हैं। ऐसे में जब पल्लवी पटेल ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया तो सपा नेतृत्व सकते में आ गया था।
बदायूं कांड को लेकर सपा ने बीजेपी पर बोला हमला
वहीं, प्रेस वार्ता ने अखिलेश ने बताया कि प्रयागराज में अपना दल (सोनेलाल) के कई नेता सपा में शामिल हुए हैं। कन्नौज के एक एआईएमआईएम नेता भी हमारे साथ आए हैं। इसके अलावा कन्नौज, तिर्वा, छिबरामऊ के कई बीजेपी नेता भी सपा में शामिल हुए हैं। इस मौके पर अखिलेश ने बीजेपी पर हमला भी बोला।
साभार : नवभारत टाइम्स
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