पटना. पूरे उत्तर भारत में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. आसमान आग उगल रहा है. दिल्ली में पारा 50 डिग्री के पार चला गया है जबकि बिहार में भीषण गर्मी के कारण बुधवार सुबह 50 से अधिक छात्राएं बेहोश हो गईं. छात्राओं के इस तरह बीमार होने की जानकारी मिलने के बाद अब बिहार सरकार ने एक्शन लेते हुए सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गर्मी को देखते हुए मुख्य सचिव को राज्य में सभी स्कूल बंद करने के दिए निर्देश जारी किया है. जिसके तहत 30 मई से 8 जून तक सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. दरअसल बिहार में गर्मी की वजह से 50 छात्राएं स्कूल में ही बेहोश हो गई थीं. जिससे हड़कंप मच गया था. जिसके बाद हालात को देखते हुए बिहार सीएम ने सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है.
गर्मी ने तोड़ा 12 साल का रिकॉर्ड
बिहार में आसमान से बरस रही आग ने पिछले 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस दौरान स्कूल में बच्चे पढ़ाई के लिए जाते रहे. बुधवार 29 मई को सुबह बिहार के शेखपुरा, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मोतिहारी समेत कई जिलों से स्कूलों में बच्चे गर्मी के चलते बेहोश हो गए. जिससे अफरा-तफरी मच गई थी.
स्कूल में 50 छात्राएं बेहोश
शेखपुर के एक स्कूल में 50 छात्राएं बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ीं. जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं बेगूसराय में भी कई छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें मटिहानी पीएससी में भर्ती कराया. इन हादसे से हर कोई सकते में आ गया. स्कूल कैंपस में हड़कंप मच गया.
प्रचंड गर्मी में स्कूल खुले रहने को लेकर कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की.बच्चों के परिजनों से लेकर शिक्षक और नेताओं तक ने अपर मुख्य सचिव केके पाठक से स्कूलों को बंद करने की मांग की, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया. इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने तो केके पाठक के आदेश को तुगलगी फरमान तक करार दे दिया.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
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