वाशिंगटन. USA से भारी बमों की खेप इजरायल पहुंच चुकी है. रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि बाइडेन प्रसाशन ने इस खेप को रोक दिया था. ट्रंप प्रशासन से हरी झंडी मिलने के बाद ये बम इजरायल पहुंचे हैं. इजरायली रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर कुछ ट्रकों की फोटो भी शेयर की है, जो बंदरगाह से हथियार लेकर आ रहे हैं. अमेरिका ने इजरायल की मदद ऐसे समय पर की है, जब उसकी ईरान के अलावा लेबनान में हिज्बुल्लाह और फिलिस्तीन में हमास से तनातनी चल रही है. इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में मिडिल ईस्ट में फिर से तनाव बढ़ सकता है.
इजरायली एयरबेस ले जाए गए बम
इजरायली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमके-84 2,000-पाउंड के बमों से लदा एक जहाज शनिवार (15 फरवरी, 2025) रात को अशदोद बंदरगाह पहुंचा. जहाज के बंदरगाह पहुंचने के बाद बमों को दर्जनों ट्रकों में लादकर इजरायली एयरबेस ले जाया गया. रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बमों के आगमन की सराहना करते हुए कहा, “ट्रंप प्रशासन की ओर से जारी की गई गोला-बारूद की खेप शनिवार रात इजरायल में पहुंची. यह वायु सेना और इजरायल डिफेंस सोर्सेज (आईडीएफ) के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति है. यह इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मजबूत गठबंधन का एक और सबूत है.”
76,000 टन से अधिक सैन्य उपकरण पहुंचें इजरायल
मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 में युद्ध की शुरुआत के बाद से 678 परिवहन विमानों और 129 जहाजों के माध्यम से 76,000 टन से अधिक सैन्य उपकरण इजरायल पहुंचे हैं, जिनमें से अधिकांश अमेरिका से आए हैं. एमके-84 (मार्क-84) या बीएलयू-117, 2,000 पाउंड (900 किलोग्राम) का अमेरिकी एयरक्राफ्ट बम है. यह मार्क 80 सीरीज के हथियारों में सबसे बड़ा है. वियतनाम युद्ध के दौरान सेवा में आने के बाद से इसका इस्तेमाल अमेरिका ने आमतौर पर किया है. यह फिलहाल अमेरिका का छठा सबसे भारी बम है.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कही थी ये बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 जनवरी को कहा था कि उन्होंने अमेरिकी सेना को निर्देश दिया है कि वह पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा इजरायल को 2,000 पाउंड के बमों की आपूर्ति पर लगाई गई रोक को हटा दें. ट्रंप ने कहा था, “हमने उन्हें (बम) आज रिहा कर दिया. और वे उन्हें अपने पास रखेंगे. उन्होंने उनके लिए भुगतान किया और वे लंबे समय से उनका इंतजार कर रहे थे.”
जानें क्यों जो बाइडेन ने लगाई थी रोक
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन बमों की डिलीवरी पर रोक लगा दी थी क्योंकि उन्हें चिंता थी कि ये फिलिस्तीनी एन्क्लेव में इजरायल के युद्ध के दौरान नागरिक आबादी, विशेष रूप से गाजा के राफा में इस्तेमाल हो सकते हैं. बाइडेन प्रशासन ने 7 अक्टूबर, 2023 इजरायल पर हमास हमले के बाद इजरायल को हजारों 2,000 पाउंड के बम भेजे थे, लेकिन एक शिपमेंट पर रोक लगा दी थी.
साभार : एबीपी न्यूज
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