लखनऊ. उत्तर प्रदेश के संभल की चंदौसी नगर पालिका की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद मुस्लिम खुद तोड़ रहे है। नगर पालिका परिषद चंदौसी ने लक्ष्मण गंज स्थित वारिस नगर में 35 मकानों और एक मस्जिद को नोटिस जारी किया था। प्रशासन की ओर से कार्रवाई का नोटिस मिलने के बाद मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने खुद ही मस्जिद को तोड़ने का निर्णय लिया। कमेटी ने 12 मजदूरों को लगाकर मस्जिद को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार, नगर पालिका की साढ़े छह बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर मस्जिद का निर्माण किया गया था। प्रशासन के कड़े रुख के बाद मस्जिद कमेटी ने स्वयं ही कार्रवाई करते हुए मस्जिद को तोड़ना शुरू कर दिया है।
15 दिन का दिया था नोटिस
संभल प्रशासन ने मस्जिद को खाली करने के लिए 15 दिन का नोटिस दिया था। इसके बाद मस्जिद की गेट पर ताला डाल दिया गया और नमाज बंद हो गई थी। साढ़े 6 बीघा सरकारी जमीन पर मस्जिद बनी थी। इसके अलावा 34 मकान बने हैं, जिसमें कई मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के भी हैं।
साढ़े 6 बीघा में बनाई गई थी मस्जिद
पूरा मामला जनपद संभल की नगर पालिका परिषद चंदौसी क्षेत्र के मोहल्ला लक्ष्मणगंज का है। साढ़े छह बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर मोहल्ले का नाम वारिस नगर दिया गया, शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने अपनी जांच शुरू की, जिसमें साढ़े छह बीघा का जमीन नगर पालिका की मिली। इसके ऊपर रजा-ए-मुस्तफा के नाम से मस्जिद का निर्माण हुआ है, इसके अलावा 34 मकान बने हुए हैं।
नोटिस के बाद से ही पड़ा था ताला
करीब डेढ़ महीने पहले चंदौसी तहसील के तत्कालीन तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह और राजस्व विभाग के लोगों ने नपाई करने के बाद अपनी विभागीय कार्रवाई शुरू की। चंदौसी नगर पालिका परिषद ईओ की ओर से मस्जिद के मौलाना मौ. नाजिम को 15 दिन का नोटिस देकर खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। नोटिस मिलने के बाद मस्जिद के गेट पर ताला डाल दिया गया। उसे खाली कर दिया गया है, वहीं नमाज भी नहीं हो रही थी। वहीं आज से मस्जिद कमेटी ने खुद ही 12 मजदूरों को लगाकर मस्जिद गिरा दी है।
जिलाधिकारी ने कहा- सबको नोटिस दिया गया है। फार्मिक भूमि के ऊपर कोई भी मकान वाणिज्यिक स्थल या अन्य स्थल ध्वस्त करने से पहले उनको नोटिस दिया जाता है, तो वहीं कार्रवाई की गई। उसी क्रम में हमने भी भ्रमण किया है। नगर पालिका चन्दौसी और एसडीएम के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की जा रही है। कुछ लोगों ने खुद ही ध्वस्तीकरण भी आरंभ किया है, जो की स्वागत योग्य है। जब उस व्यक्ति को पता चलता है कि यह गलत है तो वह अपने आप ही ठीक करता है। उसके अतिरिक्त भी यहां अतिक्रमण है, तो पूरे स्थल की पैमाइश करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के कहा गया है। विशेष रूप से नगर पालिका परिषद सौंदर्यकरण के लिए कार्य कर रही है। संभल में बदलता सम्भल संवरता सम्भल अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत संभल पहले से बहुत परिवर्तित हो चुका है। इसी तरह से चंदौसी और बहजोई का भी भी सौंदर्य करण किया गया है।
साभार : दैनिक भास्कर
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं