पणजी (मा.स.स.). कॉमोडोर संजय पांडा कमांडिंग ऑफीसर, आईएनएस मांडोवी ने 20 अगस्त, 2022 की भोर में गोवा से पोर्ट लुई, मॉरिशस के लिये एक नौकायान अभियान को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अभियान में छह सदस्यीय दल शामिल है, जिसमें तीन महिला अधिकारी हैं। ये सभी आईएनएसवी तारिणी पर सवार हैं।
लगभग 2500 नॉटिकल माइल्स (लगभग 45,000 किलोमीटर) की एक तरफ की दूरी तय करने में 20-21 दिन लगेंगे तथा इस दौरान दल को कठिनाईयों से भरे मौसम और मानसून में हलचल भरे समुद्री हालात का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा ऐसे हालात में समुद्री सफर के दौरान अभियान दल को नौका को दुरुस्त रखना होगा, मशीनों की निरंतर जांच करनी है और अपना भोजन भी बनाना है। भारतीय तट से विदा होने के बाद यह सफर बिना रुके पूरा किया जाना है।
भारतीय नौसेना के पास समुद्री यात्रा करने वाली छह नौकायें हैं, जिनमें आईएनएसवी महादेई, आईएनएसवी तारिणी, आईएनएसवी बुलबुल, आईएनएसवी हरियाल, आईएनएसवी कदलपुरा और आईएनएसवी नीलकंठ शामिल हैं। ये सभी नौकायें नियमित रूप से नौसेना कर्मियों के छोटे दल के साथ समुद्री अभियान पर निकलती हैं। इन अभियानों में दल के सदस्यों का चयन नौसेना कर्मियों की स्वेच्छा से होता है, जिसके लिये नौकायान का पर्याप्त अनुभव होना चाहिये।
समुद्र में नौकायान करना बहुत कठिन रोमांचक खेल है। इन महासागर नौकायान अभियानों से रोमांचकता की भावना पैदा करने, जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ाने और नौवहन, संचार, इंजन व नाव पर लगी मशीनों के तकनीकी परिचालन, ‘इनमारसैट’ उपकरणों को चलाने, लॉजिस्टिक की योजना बनाने आदि की जानकारी बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके जरिये भारतीय नौसेना को पूरे विश्व में अपनी मैत्रीपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराने में भी सहायता होती है, जैसे सागर परिक्रमा और केप टाउन से रियो दी जनेरियो दौड़, आईओएनएस तथा बंगाल की खाडी नौकायान अभियान।
तारिणी ने 2017 में ‘नाविका सागर परिक्रमा’ के तहत दुनिया का चक्कर लगाया था। इसमें हिस्सा लेने वाले दल में सभी महिला अधिकारी थीं। मौजूदा अभियान में लैंगिक संतुलन से काम लेते हुये तीन पुरुष और तीन महिला अधिकारियों का चयन किया गया है। नौका की कप्तानी भारतीय नौसेना के सबसे अनुभवी नौका चालक कैप्टन वीडी महर्षि कर रहे हैं। अन्य सदस्यों में कमांडर विकास शेयोरन, ले. कमांडर पायल गुप्ता, ले. कमांडर कौशल पेडनेकर, ले. कमांडर डीलिना के. और ले. कमांडर रूपा ए. शामिल हैं।