शनिवार, दिसंबर 21 2024 | 09:39:57 PM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / डीआरआई ने सोना तस्करी की कई कोशिशें नाकाम कीं

डीआरआई ने सोना तस्करी की कई कोशिशें नाकाम कीं

Follow us on:

नई दिल्ली (मा.स.स.). राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अपनी महत्वपूर्ण बरामदगियों का क्रम जारी रखते हुए तकरीबन 65.46 किलोग्राम वजन और तकरीबन 33.40 करोड़ रुपये मूल्य की 394 विदेशी सोने की छड़ें जब्त की हैं जिनकी तस्करी पड़ोस के पूर्वोत्तर देशों से की जा रही थी। एक बेहद ख़ास खुफिया जानकारी मिली थी कि एक सिंडिकेट सक्रिय रूप से मिजोरम से विदेशी मूल के सोने की तस्करी की योजना बना रहा है जिसके लिए वो आपूर्ति श्रंखला के घरेलू कूरियर कंसाइनमेंट और लॉजिस्टिक कंपनी (जिसे आगे लॉजिस्टिक्स कंपनी कहा गया है) का उपयोग करने जा रहा है।

इस गैर-कानूनी खेप को पकड़ने के लिए डीआरआई द्वारा “ऑप गोल्ड रश” शुरू किया गया और मुंबई जाने वाली इस विशेष खेप को पकड़ा गया जिसे ‘निजी सामान’ घोषित किया गया था। 19.09.2022 को भिवंडी (महाराष्ट्र) में इस खेप की जांच में लगभग 19.93 किलोग्राम वजन और 10.18 करोड़ रुपये के विदेशी सोने के 120 बिस्कुट बरामद किए गए। आगे के विश्लेषण और जांच से पता चला कि ऐसे दो और कंसाइनमेंट मुंबई जा रहे हैं जिन्हें एक ही कंसाइनर द्वारा एक ही जगह से एक ही इंसान को भेजा गया है। और इसे उसी लॉजिस्टिक्स कंपनी के माध्यम से भेजा जा रहा था। फिर इन कंसाइनमेंट के स्थान का पता लगाया गया।

दूसरी खेप बिहार में स्थित थी और उसे वहीं पकड़ा गया था। उस लॉजिस्टिक्स कंपनी के गोदाम की जांच करने पर 172 विदेशी मूल की सोने की छड़ें बरामद हुईं, जिनका वजन लगभग 28.57 किलोग्राम था और जिनकी कीमत लगभग 14.50 करोड़ रुपये थी। इसी तरह, तीसरी खेप को उस लॉजिस्टिक्स कंपनी के दिल्ली हब में पकड़ा गया और जांच की गई, जिसके नतीजतन लगभग 16.96 किलोग्राम वजन और लगभग 8.69 करोड़ रुपये मूल्य की 102 सोने की छड़ें बरामद हुईं।

इन बरामदगियों की श्रृंखला से देश में पूर्वोत्तर हिस्से से लॉजिस्टिक्स कंपनी के घरेलू कूरियर मार्ग के जरिए भारत में विदेशी मूल के सोने की तस्करी के नए तौर-तरीकों का पता लगाने में सहायता मिली है। इस तरह की बरामदगी ने तस्करी के अनूठे और परिष्कृत तरीकों का पता लगाने और उनका मुकाबला करने की डीआरआई की क्षमता को पुष्ट किया है। कई शहरों में हुए ऑपरेशनों में कुल 394 विदेशी मूल की सोने की छड़ें बरामद और जब्त की गई हैं जिनका वजन लगभग 65.46 किलोग्राम है और जिनकी कीमत लगभग 33.40 करोड़ रुपये है।

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://vyaparapp.in/store/Pustaknama/15

https://www.meesho.com/hindi-paperback-history-books/p/2r4nct

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

संसद का शीतकालीन सत्र खत्म, लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए हुई स्थगित

नई दिल्ली. 18वीं लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार (20 दिसंबर) को समाप्त हो गया। यह …