मुंबई. महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज का स्टैच्यू मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माफी के बाद भी राज्य में विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (एमवीए) के नेताओ ने रविवार को मुंबई में जूता मारो प्रोटेस्ट किया। इसमें एमवीए नेताओं ने बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति सरकार पर ट्रिपल अटैक किया। इसके जवाब में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि एमवीए के लोगों को चुनाव में जनता जूता मारेगी, लेकिन इस सब बयानबाजी के बीच देवेंद्र फडणवीस द्वारा पंडित जवाहर लाल नेहरू को विवाद में घसीटने पर कांग्रेस पार्टी भड़क गई है। फडणवीस ने कहा था कि नेहरू ने शिवाजी महाराज का अपमान किया था। मुंबई पहुंचे कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अब फडणवीस को निशाने पर लिया है कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि वे थोड़ा तो पढ़े लिखे होंगे।
शिवाजी विवाद में नेहरू की एंट्री
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक है। चाहे महा विकास अघाड़ी हो या कांग्रेस पार्टी, उन्होंने कभी भी छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान नहीं किया। नेहरू जी ने ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया। क्या कांग्रेस और एमवीए इसके लिए माफी मांगेंगे? मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने बुलडोजर से छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को ध्वस्त कर दिया था? फडणवीस ने कहा था कि नेहरू और इंदिरा गांधी ने लाल किले के भाषणों में कभी शिवाजी का जिक्र नहीं किया।
कांग्रेस ने किया पलटवार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस से मुझे उम्मीद थी कि वे थोड़ा तो पढ़े लिखे होंगे। ये वही नेहरु जी हैं जिन्होंने 1962 में नानासाहेब करमरकर को पद्मश्री से नवाजा था क्योंकि उन्होंने 1921 से लेकर 1928 तक छत्रपति शिवाजी की बहुत खूबसूरत प्रतिमा बनाई थी। आज भी आप उस प्रतिमा को पुणे के छत्रपति शिवाजी नगर में जाकर देख सकते हैं। पवन खेड़ा ने कहा कि जो काम मुगल नहीं कर सके वह काम बीजेपी के बेईमान लोगों ने कर दिखाया है।
ऐसे नहीं मांगी जाती माफी
खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपकार करने के लिए माफी मांगी, धमकी भरे लहजे में माफी स्वीकार नहीं की जाती. भाजपा शिव द्रोही है और उन्होंने महाराष्ट्र की पीठ में छुरा घोंपा है। खेड़ा ने कहा कि शिवाजी महाराज की अस्मिता से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुंबई में इस मौके पर महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ नाना पटोले ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान कर भाजपा सरकार ने महाराष्ट्र के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई है। महाराज हमारे भगवान हैं, बीजेपी ने उनका दिल खोलकर अपमान किया है, जबकि इस अपमान के खिलाफ जोड़ो मारो आंदोलन किया गया।
शाहू महाराज Vs एकनाथ शिंदे
मुंबई में कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद छत्रपति शिवाजी के वशंज छत्रपति शाहू महाराज ने कहा कि हर कोई जानता है कि 19वीं सदी में इतिहास कौन लिख रहा था, सही लोगों द्वारा लिखा गया इतिहास ही पढ़ें। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का गिरना राजनीति से परे है, इस घटना से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने भी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा दुर्घटनाग्रस्त हुई जो कि बहुत दुखद बात है। यह हमारे लिए बहुत संवेदनशील मुद्दा है। ये हमारे लिए राजनीति का मुद्दा नहीं हो सकता है क्योंकि यह हमारे लिए अस्मिता और श्रद्धा का विषय है लेकिन विपक्ष इस पर राजनीति करना इस घटना से भी ज्यादा दुखद है। इनके(विपक्ष) के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्हें उनकी हार नजर आ रही है। आने वाले चुनाव में महाराष्ट्र की जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
साभार : नवभारत टाइम्स
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