नई दिल्ली (मा.स.स.). केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने आज नई दिल्ली में 41वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में ”एमएसएमई मंडप” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा भी उपस्थिति थे। एमएसएमई मंडप का आयोजन प्रगति मैदान, नई दिल्ली के हॉल नंबर 4 में किया गया है। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राणे ने कहा कि यह मेला एमएसएमई उद्यमियों, विशेष रूप से महिलाओं, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और आकांक्षी जिलों के उद्यमियों को अपने कौशलों/उत्पादों को प्रदर्शित करने और विकास के नए अवसरों का सृजन करने तथा आत्मनिर्भर बनने का मौका देगा।
राणे ने एमएसएमई मंडप में विभिन्न एमएसएमई प्रदर्शकों से मुलाकात की। इस मंडप में कुल 205 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी कपड़ा, भोजन, धातु विज्ञान, सुगंध, जूते, खिलौने, रसायन, विद्युत, चमड़ा, प्लास्टिक, रबर, रत्न और आभूषण सहित 26 क्षेत्रों में अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वर्ष एमएसएमई मंडप में महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों (74 प्रतिशत) की अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी है। द्वितीय जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर राणे ने राष्ट्र के इतिहास और संस्कृति में जनजातीय समुदायों के योगदान को रेखांकित करते हुए जनजातीय क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रयासों को नए सिरे से ऊर्जा प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया।