मुंबई. अजित पवार और शरद पवार गुट की मुंबई में बैठक हुई। अजित पवार की बैठक में एनसीपी के 35 विधायकों और पांच एमएलसी के शामिल होने का दावा किया गया। वहीं, शरद पवार गुट की बैठक में 13 विधायक शामिल हुए। इसके अलावा बैठक में तीन एमएलसी और पांच सांसद भी मौजूद रहे। बैठक में जो विधायक शामिल हुए वो अनिल देशमुख, रोहित पवार, राजेंद्र शिंगणे, अशोक पवार, किरण लाहामाटे, प्राजक्त तानपुरे, बालासाहेब पाटिल, जितेंद्र आव्हाड, चेतन विट्ठल, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, संदीप और देवेंद्र भूयर थे।
शरद पवार ने कहा कि अजित पवार को अगर कोई दिक्कत थी तो मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर उनके मन में कुछ था तो मुझसे संपर्क करना चाहिए था। आज पूरा देश हमें देख रहा है। एनसीपी के लिए यह बैठक ऐतिहासिक है। हमें अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ते रहना है। अजित पवार ने एनसीपी पर अपना दावा ठोका है। अजित पार ने एनसीपी के चुनाव चिह्न पर भी अपना दावा किया है। चुनाव आयोग को इस संबंध में अजित पवार की एक चिट्ठी मिली है। अजित पवार ने कहा कि 2004 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे। अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल एनसीपी का ही मुख्यमंत्री होता।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं, तो बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मैं शरद पवार के साथ पटना में संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था। जब मैंने वहां का दृश्य देखा तो मुझे हंसने का मन हुआ। वहां 17 विपक्षी दल थे। उनमें से 7 दलों के पास लोकसभा में सिर्फ एक सांसद है। एक पार्टी ऐसी थी, जिसका लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है। उनका दावा है कि वे बदलाव लाएंगे।
साभार : दैनिक जागरण
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