पटना. अमित शाह ने एक बार फिर हुंकार भरी। मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट ग्राउंड मैदान में इस बार ‘रण’ सजा था। इससे पहले 16 सितंबर को मधुबनी के झंझारपुर से अमित शाह ने नीतीश सरकार को खूब सुनाई थी। इस बार उन्होंने मुजफ्फरपुर को बैटल ग्राउंड बनाया। राज्य की सत्ता से बीजेपी के बेदखल होने के बाद से ही अमित शाह लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं। एक साल के भीतर सातवीं बार अमित शाह बिहार पहुंचे। अमित शाह के लगातार दौरे से बिहार की सत्ताधारी पार्टियों में खलबली जरूर है।
मुजफ्फरपुर में अमित शाह ने कहा कि सबसे पहले मैं आप सभी बिहार की जनता को छठ महापर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देना चाहता हूं। अभी से ही छठ का उत्साह लोगों के बीच देखने को मिल रहा है। मैं छठ मईया से प्रार्थना करता हूं, कि आने वाले समय में बिहार जंगलराज से मुक्त हो, पलटूराम से मुक्त हो। इस बार आप सभी से सबसे बड़ी विनती है, 2025 में बिहार में भाजपा की सरकार बनानी है। आपने जब-जब आशीर्वाद दिया, पलटूराम ने पलटी मारकर जनादेश का द्रोह किया।
2014 में बिहार की जनता ने मोदी जी को 31 सीटें दी और 2019 में 39 सीटें दी। इस बार 24 में 1 की कमी रह गई है इसीलिए 40 की 40 सीटें मोदी जी की झोली में डाल दीजिए। अमित शाह ने कहा कि मुजफ्फरपुर (बिहार) की जनसभा में उमड़ा ये जन सैलाब बिहार से जंगलराज को हटाने के लिए तैयार है।
तिरहुत प्रमंडल का गुणा-गणित
बहरहाल, तिरहुत प्रमंडल भाजपा की जीत का गवाह रहा है। अब पक्ष और विपक्ष के कौन से मुद्दे जनता को प्रभावित कर पाएंगे, इसका लिटमस टेस्ट तो आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान होगा। मुजफ्फरपुर से अजय निषाद, शिवहर से रामादेवी, पूर्वी चंपारण से राधा मोहन सिंह और पश्चिमी चंपारण से संजय जायसवाल भाजपा के सीटिंग सांसद हैं। वैशाली से लोजपा की वीना देवी सीटिंग सांसद हैं। केवल सीतामढ़ी सीट जनता दल यूनाइटेड के पास है, मगर वहां के सांसद सुनील कुमार पिंटू भाजपा के पूर्व मंत्री भी रहे हैं।
साभार : नवभारत टाइम्स
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