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हड़ताल के कारण इटली के कई शहरों में हजारों भारतीय फंसे

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रोम. गर्मी की छुट्टियों में यूरोप घूमने गए देश के हजारों लोग इस वक्त इटली के अलग-अलग एयरपोर्ट पर फंसे हैं। दरअसल इटली में एयरपोर्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों और पायलट ने हड़ताल कर दी है। इस हड़ताल की वजह से इटली के अलग-अलग एयरपोर्ट से दिल्ली आने वाली उड़ानों समेत फ्रैंकफर्ट होकर दिल्ली आने वाली उड़ानें निरस्त हो गई हैं।

नतीजतन दिल्ली समेत देश के अलग-अलग शहरों को आने वाले लोगों को एयरपोर्ट पर ही खुले में रातें बितानी पड़ रही है। यही नहीं एयरलाइंस की ओर से फ्लाइट रद्द या देरी की वजह से दिए जाने वाले हर्जाने की जगह किसी को पानी की बोतल देकर समझाया जा रहा है तो किसी को महज डेढ़ हजार रुपए (15 यूरो) ही वापस किए जा रहे हैं। इस आपाधापी के चलते भारत आने वाले हजारों यात्रियों की फ्लाइट या तो रद्द हो गई या कनेक्टिंग फ्लाइट छूट गई। फिलहाल इटली की हड़ताल से समूचे यूरोप की उड़ानें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।

हजारों उड़ानें रद्द, किसी की सीधी तो किसी की कनेक्टिंग फ्लाइट छूटी
दरअसल, बीते कुछ समय से इटली के अलग-अलग यातायात महकमें की हड़ताल शुरुआत हुई है। जानकारी के मुताबिक इटली रेलवे की हड़ताल के बाद एयरलाइंस के कर्मचारियों की हड़ताल शुरू हुई। इसी हड़ताल के साथ यूरोप से दुनिया भर के अलग-अलग हिस्सों में जाने वाले लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ गया। दिल्ली के पटपड़गंज में रहने वाले मनीष अपने एक आधिकारिक टूर पर इटली गए थे।

मनीष कहते हैं कि उनकी फ्लाइट वेनिस से फ्रैंकफर्ट के लिए थी और फ्रैंकफर्ट से दिल्ली के लिए। मनीष बताते हैं कि वह अपने दोस्तों के साथ वेनिस की फ्लाइट हड़ताल की वजह से नहीं ले सके। अमर उजाला डॉट कॉम से बात करते हुए वह कहते हैं कि अब अगली फ्लाइट उनको कब मिलेगी इसके बारे में फिलहाल एयरलाइंस की ओर से कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है।

इसी तरह दिल्ली के डॉक्टर आलोक प्रधान को फ्रैंकफर्ट से दिल्ली की फ्लाइट लेनी थी। वह कहते हैं कि फ्रैंकफर्ट में भी इटली से आने वाली फ्लाइट के कैंसिल होने का इतना दबाव था कि यहां से सीधी उड़ानों पर जबरदस्त तरीके से असर पड़ा। फिलहाल डॉक्टर आलोक को भारतीय समयानुसार रात 8 बजे की फ्लाइट दिल्ली के लिए मिली है।

अब अगली फ्लाइट कब मिलेगी कुछ पता नहीं
वेनिस एयरपोर्ट में फंसे मनीष बताते हैं कि सिर्फ इस एयरपोर्ट ही नहीं बल्कि इटली के सभी एयरपोर्ट पर ऐसा ही हाल है। मनीष कहते हैं कि उनके कुछ दोस्तों को रोम से फ्रैंकफर्ट की फ्लाइट लेनी थी। लेकिन रोम में भी इसी तरीके के हालात है। मनीष ने बताया कि एयरपोर्ट पर बात करने से उनको यही पता चला है कि हड़ताल के चलते समूचे इटली की हजारों उड़ानें निरस्त कर दी गई हैं।

वह कहते हैं कि अब आगे की फ्लाइट उनको और उनके दोस्तों को इटली के अलग-अलग शहरों से कैसे मिलेगी इसका कुछ भी अता-पता नहीं है। उनका कहना है कि जिन लोगों की फ्रैंकफर्ट से कनेक्टिंग फ्लाइट थी उनकी तो वह फ्लाइट भी छूट गई है। वह कहते हैं कि उनको चिंता इस बात की सता रही है कि अब अगली कनेक्टिंग फ्लाइट और फ्रैंकफर्ट के लिए अगली फ्लाइट कब और कैसे मिलेगी। उन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइंस से संपर्क भी किया लेकिन फिलहाल उनको कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी।

पूरी रात खुले में गुजार दी फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर
इटली से फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर पहुंचे दिल्ली की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले अफरोज कहते हैं कि वह अपने दोस्तों के साथ शनिवार की रात को जैसे तैसे यहां पहुंचे। उनका कहना है जैसे वह फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला उनकी कनेक्टिंग फ्लाइट जो फ्रैंकफर्ट से दिल्ली की थी वह जा चुकी है। अफरोज का कहना है कि उनकी फ्लाइट तो छूट ही जानी थी क्योंकि वह रोम से 12 घंटे देरी से उड़े थे। उनके साथ सैकड़ों और भी भारतीय लोग एयरपोर्ट पर यह जानने के लिए भटकते रहे की अगली फ्लाइट उनको कब मिलेगी।

लेकिन फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर एयरलाइंस और एयरपोर्ट की ओर से कोई भी जानकारी मुहैया नहीं कराई गई। इन लोगों ने एयरलाइंस से रात में रुकने के लिए होटल का बंदोबस्त कराने की भी बात की। लेकिन एयरलाइंस ने उनको होटल तो दूर एयरपोर्ट पर कोई मदद तक नहीं की। अफरोज कहते हैं कि उनके साथ कई परिवार भी थे जो कि फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर खुले में सेंट्रल एसी की वजह हुई ठंड के बीच फर्श पर लेटे रहे। उनका कहना है कि अब अगली फ्लाइट उनको कब मिलेगी इसके बारे में फिलहाल अब तक कोई सूचना नहीं मिली है।

देरी के नाम पर टिका दी पानी की एक बोतल
फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट से लेकर इटली के अलग-अलग एयरपोर्ट पर फंसे लोगों का कहना है कि फ्लाइट लेट और कैंसिल होने के एवज में उनको हर्जाने के नाम पर भी कुछ नहीं दिया गया। मनीष कहते हैं कि हर्जाने  के नाम पर उनको एयरलाइंस की ओर से सिर्फ 15 यूरो ही वापस किए गए। जबकि कुछ लोगों को एयरलाइंस ने पानी की बोतल देकर उसको हर्जाना बताया। मनीष कहते हैं कि उनको एयरलाइंस की ओर से जो जानकारी दी जा रही है वह यही है कि फिलहाल पूरे इटली में एयरपोर्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों और पायलट की बड़ी हड़ताल चल रही है। इसके चलते भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम देशों की उड़ानें निरस्त हो रही है या फिर देरी से चल रही है। हर दो घंटे बाद उनको आगे की सूचना दिए जाने की बात कही जा रही है।

कोई एयरपोर्ट की सीढ़ियों पर तो कोई दीवार के किनारे सो रहा
इटली में एयरपोर्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों की चल रही हड़ताल का असर यह है कि इटली समेत समूचे यूरोप की उड़ाने बुरी तरीके से प्रभावित हैं। जानकारी के मुताबिक जो उड़ानें इटली से फ्रैंकफर्ट होकर के दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जा रही हैं वह हड़ताल के चलते कनेक्टिंग फ्लाइट के तौर पर उड़ नहीं पा रही हैं। यही वजह है कि जो लोग कनेक्टिंग फ्लाइट या सीधी उड़ान से अपने जगह पर जाना चाहते थे वह एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर फंसे हुए अफरोज कहते हैं के यहां पर हालात ऐसे हैं कि रुकने के लिए कोई एयरपोर्ट की सीढ़ियों पर लेटा है तो कोई रेस्टोरेंट के किनारे की दीवार का सहारा लेकर रात गुजार रहा है। वह कहते हैं कि इस यात्रा में ऐसे बुरे हालातों से रूबरू होना होगा यह तो उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था।

यूरोप घूमने का प्लान कर रहे हो तो एक बार और सोच ले
मनीष कहते हैं अगर इन दिनों कोई भी यूरोप में आने की योजना बना रहा है तो वह उड़ानों को जरूर देख लें। क्योंकि जानकारी के मुताबिक इटली में कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने के बाद दोबारा भी शुरू हो सकती है। इस बात की आशंका एयरपोर्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों से एयरपोर्ट पर मौजूद यात्रियों को मिल रही है। मनीष कहते हैं कि एयरपोर्ट पर लगातार हो रहे हैं अनाउंसमेंट और डिस्प्ले पर दी जा रही जानकारी से इटली के हालातों का पता चल रहा है। वो कहते हैं कि जो हाल इटली के अलग-अलग एयरपोर्ट का है वही हाल फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट का भी है। क्योंकि फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट से दुनिया के ज्यादा मुल्कों में सीधी उड़ाने मिलती है। इसीलिए लोग कनेक्टिंग फ्लाइट के तौर पर फ्रैंकफर्ट का ऑप्शन भी लेते हैं।

साभार : अमर उजाला

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