भोपाल. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के पूर्व प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को मध्य प्रदेश चुनाव के पहले लगातार झटके लग रहे हैं. चुनाव के पहले उन्होंने योजना बनाई थी कि वह अपने इलाके में चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे और पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में हेलीकॉप्टर पर चढ़कर चुनाव प्रचार करेंगे, लेकिन पार्टी ने उन्हें इंदौर-1 से उम्मीदवार बना दिया और अब उनके बेटे और बल्ला कांड से सुर्खियों में आने वाले उनके बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय की पार्टी ने इंदौर-3 विधानसभा सीट से उम्मीदवार नहीं बनाया है.
बीजेपी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को पांचवीं सूची जारी की है. इस सूची में 92 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, लेकिन इस सूची में इंदौर-3 के विधायक आकाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है. आकाश विजयवर्गीय की जगह बीजेपी ने नेराकेश गोलूशुक्ल इस विधासनभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटने के बाद सियासी हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि बल्ला कांड के कारण बीजेपी नेतृत्व की नाराजगी के कारण आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटा है? बताया जाता है कि बल्ला कांड के बाद पार्टी नेतृत्व आकाश विजयवर्गीय से नाराज था.
हालांकि बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि जब कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी ने इंदौर-1 विधासनभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था, तो कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा था. इस पत्र में कहा था कि उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय जो फिलहाल इंदौर-3 से पार्टी के विधायक हैं. इस सीट के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किया जाए. पार्टी नेताओं का कहना है कि कैलाश विजयवर्गीय के अनुरोध पर ही उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय को चुनाव में टिकट नहीं दिया गया है, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीद है कि चुनाव के बाद बीजेपी की सरकार बनती है, तो निश्चित रूप से उनके बेटे को सांगठनिक रूप से अच्छा दायित्व मिलेगा.
बल्ला कांड से पार्टी नाराज!
बता दें कि साल 2019 में कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय ‘बल्ला कांड’ को लेकर सुर्खियों में आये थे. उस समय इंदौर के एक जर्जर मकान पर नगर निगम की ओर से कार्रवाई का जी रही थी. नगर निगम की कार्रवाई के पहले आकाश विजयवर्गीय वहां अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे.
निगम अधिकारी जर्जर मकान को लेकर कार्रवाई कर रहे थे. उस दौरान आकाश विजयवर्गीय और उनके समर्थक निगम अधिकारियों को बल्ला से पीटने लगे. बल्ला से निगम अधिकारियों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. बल्ला कांड से बीजेपी का नेतृत्व नाराज था और पार्टी ने अनौपचारिक रूप से आकाश विजयवर्गीय का इस बाबत चेतावनी भी थी और उन्हें इस तरह से हरकतों से बचने की सलाह दी थी, हालांकि बाद में निगम अधिकारियों ने कहा था कि उनके साथ इस तरह की कोई घटना नहीं घटी थी.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
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