नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका और मिस्र के दौरे को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों को अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का अवसर मिला है। यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए बुलाया गया। साथ ही स्टैंडिंग ओवेशन प्राप्त करना हम सभी के लिए गर्व की बात है।
भारत-अमेरिका के बीच अहम समझौते
उन्होंने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त सभा को संबोधित करने के लिए वहां के दोनों दलों द्वारा आमंत्रिण किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दौरान रक्षा उत्पादन और रोजगार के विषय पर कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे यह कहते हुए बेहद खुशी हो रही है कि यह एक ऐसी यात्रा थी जहां भारत और अमेरिका दोनों ने अपनी साझेदारी को फिर से परिभाषित किया और ऐसे कदम उठाए जिसके परिणामस्वरूप हमारे राष्ट्रीय लक्ष्यों को अधिक से अधिक साकार किया जा सकेगा।
नौकरियां होंगी उत्पन्न
वित्त मंत्री ने सेमीकंडक्टर का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विकास में एक महत्वपूर्ण और सार्थक मील के पत्थर साबित होगा। माइक्रोन गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर और परीक्षण संयंत्र स्थापित करेगा। जिसमें कुल 2.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश होगा। अगले कुछ वर्षों में लगभग पांच हजार नई प्रत्यक्ष नौकरियां और लगभग 15 हजार अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न होने की संभावना है।
मिस्र ने PM मोदी को किया सम्मानित
निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अबतक 13 देशों ने अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है और इनमें से छह मुस्लिम बहुल देश हैं। 90 फीसदी से भी अधिक मुसलमान आबादी वाला देश मिस्र ने भी प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से सम्मानित किया है जहां वे अभी यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वहां के ग्रैंड मुफ्ती प्रधानमंत्री से मिल रहे हैं। मिस्र के बोहरा समुदाय की सबसे बड़ी मस्जिद में प्रधानमंत्री जा रहे हैं। 26 सालों के बाद फिर से भारत का कोई प्रधानमंत्री बोहरा समुदाय की मस्जिद में गया है। यह सब दर्शाता है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव का आरोप बेबुनियाद है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में स्पष्ट किया कि भारत में किसी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है और सरकार सबका साथ सबका विकास चाहती है।
वित्त मंत्री ने बराक ओबामा को सुनाई खरी-खरी
इसी बीच, निर्मला सीतारमण ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पर निशाना साधा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक था कि जब प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे पर थे तब एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति (बराक ओबामा) भारतीय मुसलमानों पर बयान दे रहे थे… उन्होंने कहा कि विदेश के विषय पर मैं संयम में रहकर बोल रही हूं। हम अमेरिका के साथ अच्छी दोस्ती चाहते हैं, लेकिन वहां से भारत की धार्मिक सहिष्णुता पर टिप्पणियां आती हैं। शायद उनकी (बराक ओबामा) वजह से छह मुस्लिम देशों में 26,000 से ज्यादा बम बरसाए गए थे। ऐसे में लोग उनकी बातों पर भरोसा नहीं करेंगे।
विपक्षियों पर भी बरसीं सीतारमण
निर्मला सीतारमण ने आगे विपक्षियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने पटना में हुई विपक्षियों की ‘महाबैठक’ को लेकर कहा कि मुझे नहीं पता वे किस उद्देश्य के लिए एक साथ आ रहे हैं। उनका एक मात्र एजेंडा भाजपा को हराना है। क्या वे बता रहे हैं वे लोगों के लिए क्या करेंगे? उनके शासन में देश में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ, लेकिन पिछले 9 साल में देश में सिर्फ विकास हो रहा है।
साभार : दैनिक जागरण
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