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कांग्रेस की संस्कृति अपने नेताओं को बदनाम करने की रही है : नरसिम्हा राव के पोते

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हैदराबाद. कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा पीवी नरसिम्हा राव को ‘साम्प्रदायिक’ सोच वाला व्यक्ति बताए जाने पर आपत्ति जताते हुए पूर्व प्रधानमंत्री के पोते और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता एन वी सुभाष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की संस्कृति अपने ही नेताओं को उनके निधन के बाद बदनाम करने की रही है.

उन्होंने यहां एक विज्ञप्ति में दावा किया कि कांग्रेस नरसिम्हा राव को बदनाम करने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकती है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी की प्रगति के लिए समर्पित कर दिया था. तेलंगाना में भाजपा प्रवक्ता सुभाष ने कहा, ‘‘कांग्रेस की अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौत के बाद उनकी छवि बिगाड़ने की संस्कृति है ताकि वंशवादी गांधी परिवार की छवि को बेहतर बनाया जा सके.” अय्यर ने बुधवार को आरोप लगाया था कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ‘‘साम्प्रदायिक” सोच वाले व्यक्ति थे. अय्यर ने राव को देश में ‘‘भाजपा का पहला प्रधानमंत्री” बताया था. अय्यर की आत्मकथा ‘‘मेमोयर्स ऑफ अ मैवरिक – द फर्स्ट फिफ्टी ईयर्स (1941-1991)” सोमवार को बाजार में आई थी.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार के इशारे पर पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को अपमानित किया. अय्यर ने एक दिन पहले ही आरोप लगाया था कि नरसिम्हा राव ‘सांप्रदायिक’ थे और देश में ‘भाजपा के पहले प्रधानमंत्री’ थे. पूर्व राजनयिक और पूर्व केंद्रीय मंत्री अय्यर की आत्मकथा ‘मेमोयर्स ऑफ अ मैवरिक – द फर्स्ट फिफ्टी ईयर्स (1941-1991)’ सोमवार को बाजार में आई. उन्होंने पाकिस्तान के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की वकालत भी की. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने अय्यर को नेहरू-गांधी परिवार का प्रवक्ता करार दिया और आरोप लगाया कि उन्होंने जो किताब लिखी है और राव के बारे में तथा अन्य विषयों पर जो बयान दिये हैं, वे कांग्रेस और ‘घमंडिया’ गठबंधन की सोच तथा उद्देश्यों को दर्शाते हैं.

साभार : एनडीटीवी

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