लखनऊ (मा.स.स.). आम के लिए प्रसिद्ध लखनऊ का मलिहाबाद क्षेत्र जल्द ही महिला बाक्सरों के लिए भी जाना जायेगा। इसकी तैयारी शुरू हो गयी है। अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा0 नवनीत सहगल ने आज मलिहाबाद में ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट (हम) एवं यूटीआईआईटीएसएल के सहयोग से स्थापित जोश बाक्सिंग अकादमी का लोकापर्ण किया। इस अकादमी में ग्रामीण बालिकाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इस अवसर पर डा0 सहगल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं। इस प्रकार की सुविधाएं मिलने से ग्रामीण अंचलों से बड़ी संख्या में प्रतिभावान खिलाड़ी निकल कर सामने आयेंगे और देश-दुनिया में प्रदेश का गौरव बढ़ायेंगे। बाक्सिंग में बालिकाओं को आगे लाने में अकादमी की बड़ी भूमिका रहेगी। पहले लड़कियां यहां बागों में प्रेक्टिस करती थी, अब बालिकाओं के लिए सी0एस0आर0 फण्ड से बाक्सिंग रिंग एवं इक्यूपमेंट की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तरफ से बाक्सर खिलाड़ियों की सुविधा के लिए इस अकादमी में मल्टीपरपज हाल तैयार कराया जायेगा। साथ ही एकलव्य क्रीड़ा कोष के तहत बच्चियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देने के लिए कोच भी उपलब्ध कराये जायेंगे।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों खेल सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में 30 हजार खेल के मैदान चिन्हित किये गये हैं। मनरेगा से समन्वय बनाकर इनको विकसित कराया जायेगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में 122 स्टेडियम के निर्माण का कार्य चल रहा है। राज्य के प्रत्येक ब्लाक में एक मिनी स्टेडियम की स्थापना कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को प्रेरित कर रही है। इसी क्रम में महिला खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में जो सहायता होगी सरकार द्वारा दी जायेगी।
इस अवसर पर उ0प्र0 राज्य लोक सेवा अधिकरण के भूतपूर्व अध्यक्ष मा0 न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना, उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षरण आयोग की सदस्य डा0 शुचिता चतुर्वेदी, यूटीआईआईटीएसएल, नवी मुम्बई को नोडल अधिकारी सुनैना कोटियन सहित ग्रामीण बालिकाएं उपस्थित थी।
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