रविवार, मई 12 2024 | 04:18:07 PM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / भारत सरकार ने गोल्डी बराड़ को घोषित किया आतंकवादी

भारत सरकार ने गोल्डी बराड़ को घोषित किया आतंकवादी

Follow us on:

नई दिल्ली. भारत सरकार ने नए साल के पहले दिन कुख्‍यात गैंगस्‍टर गोल्डी बराड़ पर बड़ा एक्‍शन लिया है। गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के फरार साथी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को भारत सरकार ने आतंकी घोषित कर दिया है। भारत सरकार ने UAPA में गोल्डी बरार को आतंकी घोषित किया है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गोल्डी बराड़ मास्टर माइंड है। मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी बराड़ कनाडा में छिपा है। बराड़ लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा है। बराड़ के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और हथियारों की तस्करी जैसे कई मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर चुका है। सिंतबर महीने में गोल्डी बराड़ के ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की थी। इसके अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी बराड़ के जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।

गृह मंत्रालय ने गैंगस्टर सतविंदर सिंह उर्फ सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत आतंकवादी घोषित किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि गोल्डी बरार प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है, जो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल है। कनाडा स्थित आतंकवादी ने 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी।

गैंगस्टर से आतंकी घोषित किया गया गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहेब का रहने वाला है। उसका जन्म 11 अप्रैल 1994 को हुआ था। फिलहाल कनाडा के ब्राम्पटन में रह रहा है। आरोप है कि बराड़ वहां खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ जुड़कर भारत विरोधी काम कर रहा है। उसने कनाडा में बैठकर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की पूरी साजिश रची थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर ऐलान करके इसकी जिम्मेदारी भी ली थी। कई चैनल इंटरव्यू में भी बराड़ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ले चुका है। गोल्डी बराड़ 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा पहुंचा था। इंटरपोल के अनुसार, 29 वर्षीय गोल्डी बराड़ हत्या, आपराधिक साजिश और अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल है। उसके खिलाफ पहले ही एक रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस कनाडा तक गई थी लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।

साभार : नवभारत टाइम्स

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www।amazon.in/dp/9392581181/

https://www।flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

तीसरे चरण में दोपहर तीन बजे तक देशभर में 50.71 फीसदी मतदान

नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में आज 11 राज्यों की 93 सीटों …